इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाइए। हथेलियों को जमीन की ओर इसके साथ ही पैर सीधे पंजे मिले हुए हो। इस प्रक्रिया के बाद श्वास को अंदर भर के पैरों को करीब 30 डिग्री तक धीरे धीरे बिना टेढ़ा किए ऊपर उठाइए। कुछ समय तक इसी स्थिति में बने रहे। इसके बाद वापस आते समय धीरे-धीरे ही पैरों को नीचे लाना है और जमीन में टिका देना है। कुछ पल आराम करने के बाद फिर यही पूरी प्रक्रिया दोहराए।
इस प्रक्रिया को लगभग 3 से 6 बार करना चाहिए। खास बात यह है कि जिनकी कमर में दर्द अधिक होता हो ,वह एक दो बार से क्रमशः इसका अभ्यास करना चाहिए। इस आसन के लगातार अभ्यास करते रहने से यह आसन आंतों को मजबूत बनाता है । इस आसन के करने से कब्ज ,गैस आदि को दूर करके पेट की जठराग्नि को बढ़ाता है। मोटापे को दूर करने के साथ ही कार्डियक , पेट दर्द और श्वास रोग में भी उपयोगी साबित होता है। योग विशेषज्ञ के परामर्श पर एक एक पैर से क्रमशः करने पर कमर दर्द में यह विशेष लाभप्रद होता देखा गया है।
अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.