लखनऊ । किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के एचआरएफ ( हास्पिटल रिल्वाविंग फंड) की पहली दुकान का ट्रामा सेंटर के इमरजेंसी बाल रोग विभाग में ट्रायल रन शुरु हो गया है। इस ट्रायल रन में ही दवाओं के दाम की कमी से यह दुकान तीमारदारों के बीच चर्चित हो गयी है,जल्द ही केजीएमयू प्रशासन इस दवा वितरण की इस योजना का उद्घाटन कराने के लिए कवायद में जुट गया है।
पीजीआई के तर्ज पर केजीएमयू प्रशासन ने हास्पिटल रिल्वाविंग फंड ( एचआरएफ) के तहत दवा की दुकानों को शुरु करने की योजना लम्बे अर्से से बना रहा था। इसके लिए केजीएमयू प्रशासन ने बैठक करने के बाद बजट भी जारी किया था। एचआरएफ को शुरू करने की जिम्मेदारी आर्थोपैडिक विभाग के डा. अजय सिंंह को दी गयी है। एचआरएफ योजना के तहत चलने वाली दवा की दुकानों पर बहुत कम दर पर भर्ती मरीजों की सभी दवाएं मिलती है। दवाओं को शुल्क आधे से कम हो जाता है, जो कि मरीजों के बेहद राहत के लिए होता है। काफी कोशिश के बाद केजीएमयू के एचआरएफ योजना के तहत पहली दवा की दुकान बाल रोग विभाग में शुरू की गयी।
इस दुकान का यह ट्रायल चल रहा है कि भर्ती मरीजों को कम शुल्क पर दवा दिये जाने पर कितना बजट आता है आैर कितनी दवाओं की खपत होती है। इसके साथ इसके संचालन में कितनी दिक्कतंे आैर कहां पर आ रही है। यह सब देखा जा रहा है। दवा की दुकान शुरु होते ही तीमारदारों ने इसे हाथो – हाथ लिया है। बाल रोग विभाग में भर्ती बच्चे के पिता सतीश ने बताया कि बाहर दवा की दुकान पर लिखा जाने वाला इंजेक्शन सोलह सौ रुपये का है लेकिन यहां पर लगभग आठ सौ कुछ रुपये का मिल गया। बताया जाता है कि योजना के अनुसार इस तरह की एक आैर दुकान नीचे इमरजेंसी के सामने वेलफेयर की दुकान के स्थान पर शुरू की जाएगी।
अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.