श्रीमद देवी भागवत महापुराण कथा का भव्य आयोजन
कलश यात्रा के साथ शुभारंभ, वैदिक मंत्रों के साथ पूजन
श्रद्धालुओं की भव्य उपस्थिति
भक्ति और आध्यात्म का दिव्य संगम, कलश यात्रा में माता-बहनों का योगदान ज्यादा रहा
बालपुर/गोंडा। गोण्डा जिले के शिवानगर स्थित माँ दक्षिणी प्रांगण में श्रीमद भगवद फाउंडेशन एवं नारायण बाल विद्या मंदिर के तत्वावधान में श्रीमद देवी भागवत महापुराण कथा एवं रुद्र चंडी महायज्ञ का भव्य आयोजन किया गया। कथा का शुभारंभ भव्य कलश यात्रा के साथ हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु, महिलाएँ एवं बच्चे शामिल हुए। महिलाएँ मंगल गीत गाते हुए भक्तिभाव से यात्रा में सम्मिलित हुईं, जिससे वातावरण भक्तिमय हो गया।
प्रथम दिवस की कथा से पूर्व वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ विधिवत पूजन एवं हवन संपन्न हुआ। यज्ञाचार्य पंडित अतुल शास्त्री एवं उनके सहयोगी पंडित सूरज शास्त्री ने पूजन की सारी विधियाँ संपन्न करवाईं। इस धार्मिक आयोजन में मुख्य यजमान स्वयं श्री दक्षिणी माता जी थीं, जिनके पावन सानिध्य में भक्तों ने पूजा-अर्चना की।
सायंकालीन सत्र में वृंदावन के प्रसिद्ध कथावाचक डॉ. कौशलेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी महाराज ने कथा का वाचन किया। उन्होंने बताया कि श्रीमद देवी भागवत महापुराण के श्रवण मात्र से व्यक्ति के समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं और जीवन में शुभता का संचार होता है। इस कथा का श्रवण करने से मनुष्य को भक्ति, ज्ञान एवं मोक्ष की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को जीवन में एक बार देवी भागवत कथा अवश्य सुननी चाहिए, जिससे मन, शरीर एवं आत्मा की शुद्धि होती है।
इस धार्मिक आयोजन में आसपास के गाँवों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु, महिलाएँ, पुरुष एवं बच्चे उपस्थित हुए। भक्तिभाव से ओतप्रोत इस कार्यक्रम ने पूरे क्षेत्र को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया। विशेष रूप से कलश यात्रा में भाग लेने वाले भक्तों ने इसे अत्यंत पावन एवं आनंदमयी अनुभव बताया।
पूरे आयोजन के दौरान वातावरण भक्तिमय बना रहा। श्रद्धालुओं ने पूजन, हवन, कथा एवं आरती में भाग लिया और धार्मिक अनुष्ठानों का पुण्य लाभ प्राप्त किया। इस कार्यक्रम के माध्यम से लोगों में आध्यात्मिक जागृति आई और उन्होंने देवी माँ की कृपा प्राप्त करने के लिए भक्ति मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। यह आयोजन भक्तों के लिए आध्यात्मिक उन्नति का एक सुनहरा अवसर बना, जिसमें कथा, यज्ञ एवं पूजन-पाठ के माध्यम से भक्ति का माहौल बना रहा।