लखनऊ। केजीएमयू में डॉक्टर व कर्मचारियों के पॉजीटिव होने की संख्या बढऩे पर कोरोना गाइडलाइन का कड़ाई से पालन करने का निर्देश दिया गया है। कुलपति की अध्यक्षता में हुई कोविड-19 टास्क फोर्स को केजीएमयू परिसर में संक्रमण रोकने के लिए दिशा निर्देश दिए हैं। इसके अलावा यह भी कहा गया है कि यदि हाई रिस्क श्रेणी के किसी स्वास्थ्यकर्मी की रिपोर्ट निगेटिव आती है और उसमें लक्षण हैं ,तो उसे 14 दिन होम कोरेंटीन में रखा जाए।
केजीएमयू प्रशासन ने कोरोना संक्रमण शुरू होते ही गाइड लाइन तैयार की गई। समय- समय पर जिम्मेदार अधिकारियों ने बदलाव करते रहे हैं। अब नए निर्देश के तहत जो डॉक्टर व कर्मचारी संक्रमित मरीजों का इलाज कर रहे हैं । उन्हें अब उच्च जोखिम श्रेणी में रखा गया है। अब यह भी निर्देश दिया गया है कि ऐसे लोगों की रिपोर्ट निगेटिव है तो भी 14 दिन होम कोरेंटीन में रहेंगे। अब तक इन लोगों को एक्टिव क्वारंटाइन में रखा जाता था। इमरजेंसी सहित विभिन्न वार्ड में ड्यूटी कर रहे हैं, वे कोविड के लक्षण पर ध्यान दें। यदि किसी तरह का लक्षण मिले, तो तत्काल जांच कराएं। निम्न जोखिम श्रेणी में आने वाले कोविड ड्यूटी शुरू करने के दो दिन बार आरटीपीसीआर से जांच कराएंगे और 14 दिन बाद दोबारा जांच कराएंगे। रिपोर्ट निगेटिव आने पर तीन दिन के बाद ड्यूटी ज्वाइन करेंगे। इसके अलावा दिए गए नए निर्देश में परिसर में भीड़ की निगरानी के लिए सीसीटीवी का उपयोग किया जाएगा और लगातार दिशा निर्देश दिया जाएगा। खासकर होल्डिंग और वेटिंग क्षेत्रों के 24 घंटे निगरानी के लिए कहा गया है। इसके साथ ही मास्क करना प्रयोग ना करने पर और प्रोटोकॉल का अन्य नियम का पालन ना करने पर जुर्माना लगाने का सख्त निर्देश दिया है। भीड़भाड़ वाले इलाकों को प्रोटोकॉल के पालन के लिए सुरक्षा गार्डों के साथ ही पुलिस का प्रयोग भी किया जा सकता है।