लखनऊ किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के इमरजेंसी ट्रॉमा सेंटर में शुक्रवार देर रात तीमारदार और सुरक्षा गार्डों के बीच जमकर मारपीट हुई। आरोप हैं कि तीमारदार शव का पोस्टमार्टम नहीं कराना चाह रहे थे। शव को ले जाने पर सुरक्षाकर्मी और कर्मचारियों ने तीमारदारों को रोका। इसी बात को लेकर दोनों में जमकर जूतम पैजार होने लगा। इसकी वजह से एक तीमारदार के चेहरे और सिर पर गहरी चोट लग गयी। खून से लथपथ एक तीमारदार शव छोड़कर भाग निकला । निजी हॉस्पिटल में ड्रेसिंग कराई। पुलिस ने कुछ तीमारदार को पकड़कर कोतवाली ले गई है।
रोड एक्सीडेंट में हरदोई निवासी आशीष मौर्य गंभीर रूप से घायल हो गए। तीमारदार उन्हें लेकर रात करीब 12 बजे ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। रिश्तेदार शशि मौर्य का आरोप है कि आशीष की तबीयत गंभीर थी। सिर समेत शरीर के दूसरे अंगे में गहरी चोटें आई थी। लगभग एक घंटे बाद भी ट्रॉमा में मरीज का इलाज शुरू नहीं हुआ था। बहुत फरियाद के बाद मरीज को कैजुअल्टी में ले गए। तब तक मरीज की सांसें थम चुकी थी। जांच के बाद डॉक्टरों ने मरीज को मृत घोषित कर दिया।
शशि का आरोप हैं कि हम लोग शव ले जाने लगे। इसी दौरान कर्मचारियों ने शव देने से मनाकर दिया। कहा पोस्टमार्टम के बिना शव नहीं दिया जाएगा।
इस बात को लेकर कुछ कहासुनी होनी लगी। इसी दौरान सुरक्षाकर्मी आ गए। बिना किसी वजह के तीमारदारों को धक्का देकर मारने लगे। आरोप हैं कि सुरक्षाकर्मी व कर्मचारियों ने तीमारदारों को बेल्ट से मारा।
खून से लथ पथ हाल में एक तीमारदार ट्रॉमा से भागने में कामयाब रहा। उसने निजी अस्पताल में इलाज कराया। सिर में घाव की वजह से पट्टी बधी गई। चेहरे पर भी गंभीर चोटे आई हैं। तीमारदार शशि का आरोप हैं कि कर्मचारियों ने तीन तीमारदारों को पकड़कर बंधक बना लिया हैं।
उसने तीमारदारों को पकड़ लिया है। शव को नियमानुसार कार्रवाई के लिए पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। केजीएमयू प्रशासन का कहना है कि प्रकरण की जांच चल रही है घटना पर पुलिस कार्रवाई कर रही है जो दोषी पाया जाएगा उसे पर कार्रवाई की जाएगी।