लखनऊ। किं ग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही से न्यू ओपीडी के सामने आज कल गेट जल्दी बंद हो रहा है। इससे मरीज परेशान होते है। आज बंद गेट से जल्दी बाजी में फांदते हुए एक तीमारदार के गिर जाने पर लोगों के जमकर हंगामा किया। यह तीमारदार शार्टकट के चक्कर में छोटे गेट फांद कर अंदर आ रहा था। बताते चले कि केजीएमयू प्रशासन लगभग 13 दिन से न्यू ओपीडी के गेट को दोपहर बारह बजे से पहले बंद कर देता है। इससे तीमारदारों को दिक्कतों का सामना करना पड रहा है। केजीएमयू अधिकारियों का क हना है कि केजीएमयू प्रशासन के निर्देश पर ही जल्द मेनगेट बंद किया गया है।
मरीजों को चार सौ मीटर आगे से यू टर्न लेकर अंदर आना पड़ता है –
केजीएमयू की ओपीडी में सुबह के वक्त सबसे ज्यादा भीड़ होती है। इसके लिए न्यू ओपीडी में आने वाले मरीजों को आने के लिए गेट बनाया गया है। यहां से मरीजों व तीमारदार आते ले जाते है। यह मेनगेट पिछले 13 दिनों से करीब ग्यारह बजे ही बंद कर दिया जाता है। जब कि पहले यह ओपीडी के समय खुला रहता था आैर करीब एक बजे ही बंद होता था। अगर देखा जाए गेट के बंद होने पर मरीजों को चार सौ मीटर आगे से यू टर्न लेकर अंदर आना पड़ता है। गेट बंद होने की जानकारी न होने पर मेनगेट तक पहुंचने के बाद टेम्पो से उतरने पर तीमारदारों को मरीज ओपीडी तक ले जाने में दिक्कत आती है। अगर ओपीडी का गेट खुला होने पर मरीज गेट के सामने टेम्पों से उतरकर सीधे अोपीडी में चला जाता है। काफी लोग तो गेट होने पर फांद कर अंदर आ जाते है।
आज गेट के बंगल में छोटा गेट फांदते वक्त एक तीमारदार गिर गया आैर काफी चोटिल हो गया। उसके गिरने से अन्य तीमारदार गेट के बंद होने पर नाराज हो गये आैर हंगामा मचा दिया। बड़ी मुश्किल से सुरक्षा गार्डो ने तीमारदारों को समझा कर शांत कराया आैर केजीएमयू प्रशासन से वार्ता करने का आश्वासन दिया। उधर केजीएमयू के चिकित्सा अधीक्षक डा. विजय कुमार का कहना है कि न्यू ओपीडी गेट जल्द बंद क्यों कर दिया जाता है। इसकी जानकारी नही है। मरीजों की दिक्कत को दूर कि या जाएगा।