लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय स्थित रैन बसेरे में एक कैंसर पीड़िता महिला मरीज की तड़प कर मौत हो गयी थी। मौत से आक्रोशित परिजनों ने रविवार की दोपहर जमकर हंगामा मचाया। परिजनों का आरोप है कि मरीज को कई बार कोशिश करने के बाद भी भर्ती करने से टाल दिया गया।
लगभग एक घंटे तक चले हंगामे के दौरान पहुंची पुलिस ने पीड़ित परिजनों को समझा बुझा कर शांत किया। केजीएमयू प्रशासन का कहना है कि मरीज की मौत रैन बसेरा में हुई है। भर्ती न करने का आरोप गलत है। सीतापुर निवासी शांति का ओपीडी के माध्यम से कैंसर का उपचार चल रहा था।
ट्रामा सेंटर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो.संदीप तिवारी ने बताया कि ट्रामा सेंटर में मरीज का इलाज नहीं चल रहा था। फिर भी यहां पर अाकर हंगामा कर रहे थे।ट्रॉमा सेंटर में ना तो रोगी का पर्चा बना था और ना ही कोई जांच आदि हुई थी।
सीतापुर निवासी शांति का ओपीडी के माध्यम से कैंसर का उपचार चल रहा था। ओपीडी में डाक्टर को परिजनों ने दिखाया था, लेकिन हालत गंभीर बनी हुई थी, लेकिन मरीज को भर्ती नहीं किया गया। परिजन रात के समय हालत बिगड़ने महिला को भर्ती कराने ट्रामा सेंटर आये थे, भर्ती न करने पर उन लोगों ने कई बार पीआरओ से भर्ती कराने के लिए फरियाद की थी, लेकिन उसका पर्चा तक नहीं बन पाया, जिसके चलते रैनबसेर में मरीज को रखकर सुबह दोबारा भर्ती कराने की कोशिश करने के लिए रुके हुए थे। हालत ज्यादा गंभीर होने के कारण महिला मरीज की सुबह मौत हो गयी। इससे परिजनों में युवक आक्रोशित हो गये आैर ट्रामा सेंटर में हंगामा करने लगे।
वह लोग मरीज को भर्ती न मिलने से नाराज थे। उनका आरोप है कि अगर समय पर मरीज को भर्ती कर लिया जाता है तो शायद उनकी जान बच सकती थी। हंगामा कर रहे परिजनों का शांत कराने के लिए मौके पर पुलिस पहुंच गयी आैर उन्हें समझा बुझा कर शांत कर दिया।