Kgmu: आउटसोर्सिंग कर्मियों को मनमाने तरीके से निकाल रहीं फर्मे

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लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को नयी सेवा प्रदाता फर्म मनमाने तरीके से निकाल रहे हैं। जबकि किसी कर्मचारियों को नहीं निकालने का आदेश है। अब तक 100 से ज्यादा कर्मचारियों को निकाला जा चुका हो। इसी आक्रोश को लेकर आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने प्रशासनिक भवन पर प्रदर्शन कर नारेबाजी की। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर मंगलवार तक सभी को नौकरी पर नहीं रखा गया तो आंदोलन शुरू करने के साथ ही उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक को ज्ञापन देकर आंदोलन और तेज किया जाएगा।

 

 

 

 

 

 

 

मानव आपूर्ति के लिए जेम पोर्टल व्यवस्था के अंतर्गत कंपनियों का चयन किया गया है, जिसमें पूर्व में कार्यरत 4330 कर्मचारियों की ही सेवा के लिए जाने का आदेश रजिस्ट्रार कार्यालय द्वारा जारी हुआ है । मगर सेवा प्रदाता फर्मो द्वारा विभागाध्यक्ष की मिलीभगत से मनमानी तरीके से हर विभाग से 10 से 15 कर्मचारियों को बिना किसी कारण के कार्य मुक्त कर दिया जा रहा है कार्यमुक्त कर्मचारियों की संख्या अबतक लगभग 100 से ऊपर हो चुका है तथा नई नियुक्ति सीधे विभाग द्वारा की जा रही है। जबकि शासनादेश के अनुसार पूर्व में कार्यरत कर्मचारियों की सेवाएं जारी रखने तथा नई भर्ती सेवायोजन द्वारा किए जाने का आदेश शासन द्वारा कई बार जारी हो चुका है।
इसके अलावा सेवा प्रदाताओं द्वारा पुराने कर्मचारियों से भी अपने कंपनी की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन शुल्क लेकर रजिस्ट्रेशन करवाया जा रहा है जबकि ऐसा कोई प्रावधान नहीं है । सेवा प्रदाता फर्मों द्वारा वर्षों से कार्यरत आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है तथा पुराने कर्मचारियों को हटाकर नई तैनाती में धन उगाही की भी शिकायतें आ रही हैं ।
इस संबंध में आज प्रदेश अध्यक्ष रितेश मल्ल की अध्यक्षता में केजीएमयू के तमाम कर्मचारियों के साथ कुलपति कार्यालय का घेराव कर नारेबाजी किये। कुलपति महोदय से वार्ता किए तथा मांग किया गया कि पूर्व में कागज सभी कर्मचारी की सेवाएं जारी रखी जाए और साथ ही रजिस्ट्रेशन शुल्क के नाम पर धन उगाही बंद की जाए ।

 

 

 

 

 

 

अगर मंगलवार तक सभी कर्मचारियों की वापसी नही हुई और कर्मचारियों का उत्पीड़न बन्द नही हुआ तो आंदोलन बड़ा होगा ,जिसमें वी सी कार्यालय पर प्रदर्शन और कार्यवाहिष्कार का भी फैसला हो सकता है । और इसके साथ ही सेवा प्रदाता फ़र्मों के खिलाफ सख्त कार्यवाही के संबंध में जल्द ही एक प्रतिनिधिमंडल उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक से भी मुलाकात करेगा ।

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