लखनऊ- किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के डाक्टर ने एक सुरक्षाकर्मी की जमकर पिटायी कर दी। इसके बाद सुरक्षा गार्ड को भर्ती कराना पड़ गया है। सुरक्षाकर्मी की गलती यह थी कि उसने डाक्टर को रिजर्व पार्किंग में कार खड़ी करने से मना कर दिया था। सुरक्षाकर्मी की एजेंसी के संचालक ने मामले की शिकायत चीफ प्राक्टर सहित केजीएमयू के अन्य अधिकारियों से की है। चीफ प्राक्टर का कहना है कुलपति को जानकारी दी गई है। घटना की जांच कराई जा रही है।
केजीएमयू में डाक्टरों के वरिष्ठता क्रम के अनुसार प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर व अन्य अधिकारियों के लिए कार पार्किंग आरक्षित की गयी है। आरक्षित स्थान पर डाक्टर का नाम भी लिखा गया है। बताते चले कि कुछ दिन पहले आरक्षित पार्किंग में दूसरे लोगों के वाहन खड़े होने को लेकर काफी हंगामा हो गया था, फिर नये नियम के तहत आरक्षित पार्किंग में संबंधित व्यक्ति के अलावा कोई दूसरा वाहन खड़ा करता है तो इसके लिए पार्किंग ठेकेदार को जिम्मेदार मानते हुए कार्रवाई की जाएगी।
ठेकेदार ने इस संबंध में सुरक्षाकर्मियों को निर्देश जारी कर दिया। आरोप है कि बृहस्पितावार की सुबह करीब नौ बजे शताब्दी अस्पताल में कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के डाक्टर कार से पहुंचे। यहां उनके लिए पार्किंग की व्यवस्था नहीं की गयी है। मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मी ने नियमों का हवाला देते हुए कार पार्किंग करने से रोक दिया। कार रोकने से तो वह अपमान समझ कर हंगामा करने लगे। आरोप है कि डाक्टर व उनके साथ मौजूद लोगों ने सुरक्षाकर्मी राजेश कुमार चौरसिया को इतना पीटा कि वह वही पर बेहोश हो गया। अन्य सुरक्षाकर्मियों ने उसे वार्ड में भर्ती करा दिया। जहां पर प्राथमिक इलाज करने के बाद उसे घर भेज दिया गया।
शनिवार को उसका अल्ट्रासाउंड व अन्य जांचें होगी। पार्किंग ठेकेदार अतिन श्रीवास्तव ने पूरे मामले की शिकायत चीफ प्राक्टर प्रो. आरएएस कुशवाहा से की है। इस मामले में कुलपति, कुलसचिव व अन्य अधिकारियों को भी पत्र सौंपा गया है।
चीफ प्राक्टर प्रो. आरए एस कुशवाहा से ठेकेदार ने प्रोफेसर पर पार्किंग सुरक्षाकर्मी को पीटने का आरोप लगाया है। आरक्षित पार्किंग में दूसरे लोगों को वाहन नहीं खड़ा करना चाहिए। फिलहाल मामले की जांच कराई जाएगी।
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