लखनऊ। प्रदेश के 25 जनपदों को किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में मरीज रेफर करने से अनुमति लेनी होगी। केजीएमयू ने ट्रॉमा सेंटर में बढ़ते मरीजों की संख्या के साथ ही आये दिन हंगामे से परेशान होकर अब आस पास जिलों सहित 25 जिलों के सीएमओ व सीएमएस को अलर्ट जारी किया गया। भेजे गये पत्र में कहा गया है कि सरकारी-निजी अस्पतालों से मरीज को रेफर करने पहले बिस्तर की उपलब्धता सुनिश्चित होने के बाद केस हिस्ट्री की जानकारी देने निर्देश दिये है।
356 बिस्तरों वाले ट्रामा सेंटर में मरीजों की भीड़ के चलते अधिकतर बिस्तर ही नहीं स्ट्रेचर भी फुल रहते हैं। समय पर सही इलाज न मिलने पर रेफर मरीजों के तीमारदार आये दिन हंगामा करते रहते है। बढ़ते दबाव को कम करने के लिए केजीएमयू प्रशासन ने अपने पुराने निर्णय को दोबारा लागू कर दिया है। इसमें 25 जिलों के सीएमओ, सीएमएस को पत्र भेजा है। इसमें रेफर हुए मरीजों को ट्रॉमा लाने से पहले बेड की उपलब्धता सुनिश्चित होने के बाद मरीज की केस हिस्ट्री बतानी होगी, ताकि मरीज का बेहतर इलाज किया जा सके। ट्रॉमा सेंटर के पीआरओ आफिस में कॉल करके पूरी जानकारी देंगे। इसके बाद निर्णय लिया जाएगा। केजीएमयू सीएमएस डॉ. एसएन शंखवार ने बताया रेफर मरीजों को लाने से पहले पूरी जानकारी पीआरओ आफिस में देनी होगी। बताते चले कि इससे पहले भी कुलपति प्रो. रविकांत के कार्यकाल में ऐसा निर्णय लिया गया था, लेकिन कोई मरीजों का आवागमन रूका नही था।