लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय द्वारा अपने 8 संकाय सदस्यों, 2 सीनियर रेजीडेंट, 21 जूनियर रेजीडेंट, नर्सिंग स्टाफ और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग, ट्राइएज और होल्डिंग एरिया, आइसोलेशन वार्ड और कोविड 19 आई.सी.यू.में कोरोना संक्रमित रोगियों को चिकित्सा देखभाल सेवाएं प्रदान कर रहा है। वर्तमान समय तक इमरजेंसी में कुल 1400 मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है।
केजीएमयू प्रवक्ता डा. सुधीर ने बताया कि विभाग में 1400 में से 368 मरीजों को आई.पी.डी. के रूप में अस्पताल में भर्ती किया गया और कुशलतापूर्वक उनका इलाज किया गया, जिनमें से 335 मरीज अब तक पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं और उन्हें डिस्चार्ज किया जा चुका है। इन 335भर्ती रोगियों में 135 मरीजों को होल्डिंग एरिया से, 60 मरीजों को ट्राइएज एरिया से और बाकी 172 मरीजों को हमारी इमरजेंसी में भर्ती किया गया। इन 368 में से 143 भर्ती मरीज फेफड़े के कैंसर के थे, 17 इंटरस्टीशियल लंग डिजीज के थे, 102 ट्यूबरकुलोसिस (टीबी रोग) के मरीज थे, 6 अस्थमा के थे, 25 क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज से पीड़ित थे।
इसके साथ ही गैर कोविड सुविधाओं में डॉट प्लस वार्ड में मल्टीड्रग रेसिस्टेंट पल्मोनरी ट्यूबरकुलोसिस के 100 मरीजों को भर्ती किया गया। टेली मेडिसिन ओ.पी.डी. से 1500 मरीज का सफ लता पूर्वक इलाज किया गया। इसके साथ ही कोरोनो संक्रमण से बचाव हेतु नियमित हाथ धोने, फेस मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग, धूम्रपान और तंबाकू से बचने, साफ पानी का सेवन, हरी पत्तेदार सब्जियों के सेवन, प्राणायाम और योग के बारे में लोगों को शिक्षित और जागरूक किया जा रहा है।
राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत हमारे विभाग में एक डॉट्स केंद्र भी बनाया गया है। इसमें तपेदिक रोगियों के लिए बलगम माइक्रोस्कोपी और दवा वितरण दोनों की सुविधा मिली है। ड्रग रेसिस्टेंट ट्यूबरकुलोसिस (पीएमडीटी) के प्रोग्रामेटिक मैनेजमेंट के तहत हम तपेदिक के रोगियों की दीक्षा और प्रबंधन के लिए वन डॉट्स प्लस वार्ड चला रहे हैं। इसके साथ ही तम्बाकू मुक्ति क्लिनिक, पल्मोनरी रिहेबिलिटेशन एंड योगा सेंटर और एलर्जी क्लिनिक, पल्मोनरी ऑन्कोलॉजी यूनिट और अन्य विशेष सुविधाएं भी प्रभावी ढंग से संचालित की जा रही हैं।