केजीएमयू – डॉ बोले मंत्री से समस्याओं का निदान करें

0
919

लखनऊ। किंग जाॅर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने चिकित्सकों को संबोधित करते हुए मरीजों की बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने एवं शालीनता के साथ व्यवहार किए जाने का सुझाव दिया। इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने केजीएमयू के सेल्बी हाॅल में उपस्थित विभागों के अधिष्ठाता एंव संकाय सदस्यों से पांच सवाल किए और उनके उत्तर भी स्वयं से ही पूछने का आग्रह करते हुए कहा कि एक चिकित्सक को सदैव यह प्रश्न अपने आप से करना चाहिए कि उन्होंने यह पेशा क्यों चुना? अपने चिकित्सा सेवा के कार्यकाल में वह कितने सफल हुए? वह कितनी ड्यूटी करते हैं और उसका प्रतिफल क्या है? तथा इसका उद्देश्य क्या है?

Advertisement

चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने चिकित्सकों को संबोधित करते हुए कहा कि भौतिक उपलब्धियों से आत्म संतुष्टी प्राप्त नहीं होती है, बल्कि जब बीमारी से ग्रस्त कोई मरीज ठीक होने के बाद जब किसी चिकित्सक को धन्यवाद कहता है। तो उस समय मिलने वाली संतुष्टी से बड़ी आत्म संतुष्टी कोई नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति की ख्याति और प्रतिष्ठा की आयु उसके जीवन की आयु से भी अधिक होती है। किसी व्यक्ति की ख्याति व प्रतिष्ठा उसके जीवनोपरांत भी बरकरार रहती है और मरणोपरांत भी साथ नहीं छोड़ती है।

चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा कि मनुष्य के जीवन में तीन बातों का प्रभाव सर्वाधिक रहता है, पहला उसको उसके माता-पिता से प्राप्त हुए जैविक तत्व (जींस) दूसरा उसके जन्म के समय ग्रह नक्षत्रों का प्रभाव और तीसरा उसके आस-पास का माहौल। उन्होंने कहा कि दो चीजों में बदलाव मुमकिन नहीं है लेकिन हम अपने आस-पास के माहौल (वातावरण) का सकारात्मक बना कर जिस उद्देश्य से इस पेशे में आए हैं उसे सफल बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि आत्म संतुष्टी किसी भौतिक उपलब्धियों से नहीं बल्कि त्याग और सेवा भाव से प्राप्त होती है।

इस अवसर पर उपस्थित विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्षों ने मंत्री से अपनी समस्याओं पर चर्चा करते हुए उन्हें दूर किए जाने का अनुरोध किया। इसी क्रम में प्लास्टिक सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ. एके सिंह ने बर्न यूनिट के सुचारू संचालन हेतु 19 रिक्त पदों पर नियुक्ति की स्वीकृति के साथ ही कुछ निर्माण कार्य एवं आवश्यक सेवाएं यथाः-गैस पाइप लाइन की उपलब्धता आदि के संचालन हेतु अनुरोध किया। प्रो. विनीता दास, विभागाध्यक्ष, प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग द्वारा एमसीएच विंग के संचालन हेतु अतिरिक्त स्टाफ नर्स इत्यादि की उपलब्धता हेतु अनुरोध किया।

चिकित्सा अधीक्षक डाॅ बीके ओझा द्वारा जिला चिकित्सालयों द्वारा बिना उपचार के सामान्य मरीजों को केजीएमयू के ट्रामा सेंटर रेफर करने की क्रिया को सीमित करते हुए संबंधित मरीजों को यथा संभव जिला स्तर पर ही उपचार उपलब्ध कराए जाने हेतु निर्देशित किए जाने का अनुरोध किया। इस अवसर पर अधिष्ठाता दंत संकाय प्रो. शादाब मोहम्मद ने जर्जर हो चुके पुराने दंत भवन को धवस्त कर नवीन दंत संकाय हेतु नवी भवन के निर्माण के साथ ही साथ इसके विस्तार हेतु अनुदान उपलब्ध कराए जाने का अनुरोध किया।

केजीएमयू की प्रति कुलपति एवं पैथालाॅजी विभाग की प्रो. मधु मति गोयल द्वारा मेडिको-लीगल प्रकरण में पोस्टमार्टम से संबंधित टिशु नमूने राज्य चिकित्सालयों को भी परीक्षण हेतु भेजे जाने तथा समस्त टिशु को चिकित्सा विश्वविद्यालय ही न भेजने के संदर्भ में दिशा-निर्देश निर्गत करने हेतु अनुरोध किया। लाॅरी कार्डियोलाॅजी के विभागाध्यक्ष डाॅ.वी.एस. नारायण ने कार्डियोलाॅजी विभाग द्वारा विभाग के पीछे अपूर्ण निर्माण कार्य को शीघ्रतिशीघ्र पूर्ण कराए जाने का अनुरोध किया। इसके साथ ही बालरोग विभाग की विभागाध्यक्ष डाॅ. शैली अवस्थी ने फैकेल्टी की कमी के बारे में जानकारी देते हुए शीघ्र ही पदों के सृजन का अनुरोध किया।

रोडियोडायग्नोसिस विभाग की विभागाध्यक्ष डाॅ. नीरा कोहली ने विभाग की आवश्यकता हेतु 3 टेस्ला एमआरआई मशीनों को उपलब्ध कराए जाने के प्रकरण को निस्तारित करने का अनुरोध किया गया जिस प्रकरण पर शासन स्तर पर कुछ आपत्तियां दर्ज की गई हैं। इस अवसर पर डीन, रिसर्च सेल प्रो. आरके गर्ग ने रिसर्च ग्रांट में बढौतरी का अनुरोध किया। ट्रामा सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ. संदीप तिवारी ने पुराने एमएस बंगले के पास ट्रामा सेंटर की एक और इमारत बनाए जाने का अनुरोध किया और कहा कि इससे प्रदेश भर से आने वाले मरीजों को शैय्याओं की कमी की समस्या से छुटकारा मिलने के साथ ही बेहतर चिकित्सा सुविधाओं का लाभ मिलेगा।

इस अवसर पर प्रमुख सचिव, चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे ने केजीएमयू की प्रशंसा करते हुए कहा कि जिस प्रकार से इस चिकित्सा संस्थान ने देशभर में अपनी ख्याति बटोरी है उसी प्रकार अब समय आ गया है कि अन्तरर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अपने पहचान बनाए। इसके साथ ही उन्होंने रिसर्च पर भी पहले के मुकाबले ज्यादा जोर दिए जाने की बात कही। उन्होंने भारत सरकार द्वारा हाल ही में शुरू किए गए फिट इंडिया अभियान की सराहना करते हुए कहा कि यदि चिकित्सक अपने मरीजों को दवाईयों के साथ ही दैनिक दिनचर्या एवं स्वस्थ्य जीवनशैली अपनाने के बारे में दवा के पर्चो के माध्यम से उससे जुड़ी जानकारी अंकित करवा ले तो आमलोगों को आसानी से जागरूक किया जा सकता है। उक्त कार्यक्रम में चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.एमएलबीभटट् ने भी अपने विचार व्यक्त चिकित्सा सेवा को सबसे बड़ी सेवा बताया।

अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.

Previous articleबार-बार जो होंगे दस्त, बच्चा होगा कुपोषण ग्रस्त
Next articleलोहिया संस्थान में MBBS & कर्मचारियों के बीच जमकर मारपीट

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here