लखनऊ। किं ग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के इमरजेंसी ट्रामा सेंटर में व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है। ट्रामा सेंटर में एमबीबीएस मेडिकोज छात्रा से ही छेड़छाड़ करने का खुलासा हुआ है। मेडिकोज छात्रा को उल्टी और चक्कर आने की दिक्कत होने पर ट्रॉमा सेंटर के मेडिसिन विभाग के वार्ड में भर्ती कराया गया था। आरोप हैं कि संविदा मेल नर्स ने मेडिकोज छात्रा से छेड़छाड़ की।
इसकी लिखित शिकायत पीड़ित मेडिकोज छात्रा व उनके माता-पिता ने केजीएमयू प्रशासन से की। शिकायत के बाद केजीएमयू प्रशासन ने आनन-फानन में चार सदस्यीय विशाखा कमेटी गठित कर दी है। शनिवार को हुई विशाखा कमेटी की बैठक बयान दर्ज करने के साथ दूसरे पहलुओं की जांच पड़ताल की गयी। कमेटी दो दिन में केजीएमयू प्रशासन को रिपोर्ट सौंप देगी।
केजीएमयू कैम्पस के अंदर बीएल छात्रावास में एमबीबीएस तृतीय वर्ष की मेडिकोज छात्राएं रहती है। उन्नीस मई की रात को अचानक एक मेडिकोज छात्रा की तबीयत बिगड़ गयी। छात्रों को उल्टी-चक्कर की दिक्कत बनी हुई थी। इस परेशानी के चलते मेडिकोज छात्रा को ट्रॉमा सेंटर के दूसरे तल पर मेडिसिन विभाग ले जाया गया। जहां मेडिसिन विभाग वार्ड में मेडिकोज छात्रा को भर्ती किया गया। वार्ड में मेडिकोज छात्रा को अलग कमरे में भर्ती किया गया।
आरोप हैं कि यहां पर संविदा पर तैनात एक पुरुष नर्स ने अकेले बेड पर भर्ती मेडिकाज छात्रा से छेड़खानी की। बेहाल मेडिकोज छात्रा ने इस जानकारी परिजनों को बतायी। इसके बाद मेडिकोज छात्रा ने परिजनों के साथ प्रॉक्टर कार्यालय में लिखित शिकायत की। शिकायत के आधार पर केजीएमयू प्रशासन ने विशाखा कमेटी के जांच शुरू की।
शनिवार को विशाखा कमेटी की बैठक की गयी। बैठक में पीड़ित छात्रा के आरोपों की सच्चाई की कसौटी परखने के लिए सभी सबूतों की गहन पड़ताल की गयी। ट्रॉमा सेंटर में इलाज करने वाले रेजीडेंट व जूनियर डॉक्टर व दूसरे पैरामेडिकल स्टाफ के बयान दज किये गये। आरोपित संविदा मेल नर्स की बात भी सुनी गई। केजीएमयू के वरिष्ठ प्रवक्ता डॉ. संतोष कुमार का कहना है कि मामला बेहद गंभीर है। इसकी गहन जांच की जा रही है। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।