Kgmu: रोबोटिक्स सर्जरी जल्दी शुरू होगी सर्जरी विभाग में

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लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के जनरल सर्जरी विभाग जल्द ही रोबोटिक्स सर्जरी शुरू करने की तैयारी कर रहा है। जल्द ही गंभीर बीमारियों की जटिल सर्जरी रोबोट से कि ये जाएंगी। इसके लिए जनरल सर्जरी विभाग रोबोट खरीदने की तैयारी कर चुका है। खास बात यह है कि यह रोबोट 50 प्रतिशत से कम दरों पर केजीएमयू खरीद रहा है। सस्ते रोबोट से बड़ी सर्जरी हो सकेंगी। यह बात केजीएमयू जनरल सर्जरी विभाग प्रमुख डॉ. अभिवन अरूण सोनकर ने सोमवार को जनरल सर्जरी विभाग के 111 वें स्थापना दिवस से पूर्व संध्या पर पत्रकार वार्ता में कही।

 

 

 

 

 

डॉ. सोनकर ने बताया कि जनरल सर्जरी विभाग 18 फरवरी को स्थापना दिवस मनाएगा। इससे पूर्व 14 से 17 फरवरी तक सर्जिकल एजुकेशन प्रोग्राम (एसईपी) 2023 का आयोजन हो रहा है। स्थापना दिवस समारोह अटल बिहारी बाजपेयी साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में मनेगा। इसका उद्घाटन उपासी के अध्यक्ष डॉ. प्रबल नियोगी करेंगे। समारोह की अध्यक्षता चिकित्सा संकाय के डीन डॉ. एके त्रिपाठी करेंगे।

 

 

 

 

 

डॉ. अभिनव ने बताया कि सर्जरी के लिए रोबोट सामान्यता 25 से 30 करोड़ रुपये में आ रहे हैं, परन्तु कुछ कंपनियां भी सर्जरी के लिए पांच से 15 करोड़ रुपये के भी रोबोट तैयार करने लगी हैं। इस तरह के कम कीमत में रोबोट खरीदने का प्रस्ताव है। इससे सर्जरी के शुल्क में कमी आएगी। मरीजों को आधुनिक इलाज की सुविधा का लाभ प्रदान करने में आसानी होगी। इनकी आयुष्मान योजना से गरीब मरीजों का फ्री इलाज भी हो सकेगा। इसमें इस बात का भी खयाल रखा जाएगा जिसमें चीरा लगाकर सफल ऑपरेशन होंगे।
डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि जनरल सर्जरी विभाग में 250 से अधिक बिस्तर हैं। 22 डॉक्टरों की तैनाती है। लगभग 70 जूनियर व सीनियर रेजिडेंट विभाग में तैनात है। एक वर्ष में दस हजार से अधिक छोटी-बड़ी सर्जरी हो रही है। सबसे ज्यादा गॉलब्लेडर में पथरी की सर्जरी हो रहे हैं। उसके बाद हॉर्निया और तिल्ली से जुड़ी बीमारियों की सर्जरी हो रही हैं। उन्होंने बताया कि लैप्रोस्कोप से अधिक से अधिक मरीजों की सर्जरी की जा रही हैं। मरीज को संक्रमण व सर्जरी के दर्द से बचाया जा सके।

 

 

 

डॉ. अजय कुमार पाल लैप्रोस्कोपिक, थोरैकोस्कोपिक और एंडोरोलॉजिकल सर्जरी विभाग में तेजी से बढ़ रही हैं। उन्होंने बताया कि उनके यहां राज्यों से बहुत मरीज आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि विभाग में मिनिमल एक्सेस सर्जिकल ट्रेनिंग सेंटर भी है। जो प्रदेश में अपनी तरह का पहला सेंटर है। इसमें डॉक्टरों को छोटे सुराख से गंभीर बीमारियों की सर्जरी की तकनीक सिखाई जाती है।
डा. कुशाग्र गौरव भटनागर ने बताया कि कार्यशाला में देश के विभिन्न हिस्सों से डाक्टर शामिल होंगे। समारोह को ऑनलाइन प्रसारण भी कि या जाएगा। स्नातकोत्तर और अभ्यास करने वाले सर्जनों के प्रशिक्षण से संबंधित विषयों पर अतिथि व्याख्यान और पैनल चर्चा करेंगे। प्रतिष्ठित वक्ताओं में पीजीआई के गौरव अग्रवाल, डॉ. बसंत कुमार और डॉ. आशीष सिंह शामिल हैं। चंडीगढ़ पीजीआई से डॉ. टीडी यादव और प्रो. लिलेश्वर कामन भी शामिल होंगे।

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