Kgmu: लापरवाही में यहां से गायब हो गया था कटा हाथ

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लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों पर होगी कार्रवाई

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लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में शुक्रवार को परिसर में एक कुत्ता इंसान का कटा हाथ लेकर इधर-उधर घूमने की घटना में नया मोड़ आ गया है। जांच में ट्रामा सेंटर के कर्मचारियों की लापरवाही उजागर हुई है। शनिवार को केजीएमयू प्रशासन ने लापरवाह कर्मचारियों पर कार्रवाई करने की बात कही है। हालांकि यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इस घटना में लापरवाही कौन कौन शामिल है।

 

 

 

 

 

 

 

बताते चले कि केजीएमयू को शुक्रवार को एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था। जिसमें एक कुत्ता मनुष्य का हाथ मुंह में दबाये भागता हुआ दिखाई पड़ रहा था। फोटो के वायरल होते ही केजीएमयू प्रशासन ने जांच शुरू कर दी आैर वहीं केजीएमयू प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुये जांच के आदेश दिये हैं। जांच के बाद घटना क्रम ही बदल गया है। इसको लेकर केजीएमयू प्रशासन ने शनिवार को जानकारी साझा की है।

 

 

 

 

 

 

 

 

केजीएमयू प्रवक्ता डा. सुधीर ने बताया जा रहा है कि यह कटा हुआ हाथ सुमित कुमार का है। सुमित हरदोई के निवासी हैं आैर बृहस्पतिवार को आरी मशीन से उनका हाथ कट गया था, उस कटे हाथ के साथ मरीज को लेकर तीमारदार केजीएमयू के ट्रामा सेंटर की इमरजेंसी पहंुचे। जहां पर प्लास्टिक सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने ट्रामा सेंटर में मरीज की जांच कर बताया कि वह आने में देर कर चुके है। यह हाथ जोड़ा नहीं जा सकता है। इसके बाद मरीज को आगे के इलाज के लिए ट्रामा सेंटर के प्रथम तल स्थित ट्रामा सर्जरी विभाग में भर्ती कर लिया गया।
तीमारदारों ने बताया कि उन्होंने कटा हुआ हाथ स्ट्रेचर से बांध रखा था।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

उनका कहना है कि ट्रामा सर्जरी विभाग में मरीज को भर्ती कराने के बाद जब वह वापस कैजुअल्टी में आए तब उन्हें ना तो वहां पर स्ट्रेचर मिला और ना ही लाया गया अंग। कुछ देर तलाशने के बाद वह अपने मरीज के इलाज में व्यस्त हो गए। कटे हुए अंग के गायब होने की सूचना उन्होंने किसी को नहीं दी। केजीएमयू प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि शुक्रवार को जब कटा हुआ अंग मिला और उस पर सुमित कुमार लिखा दिखाई पड़ा, तब मरीज की तलाश की गयी।

 

 

 

 

 

 

 

 

सभी जानकारी मिलने के बाद शनिवार को उनको और तीमारदार को कटा हुआ हाथ पुलिस की तरफ से लिखित प्रमाण के साथ दे दिया गया है। इसके निस्तारण की विधि भी उन सभी को स्पष्ट कर दी गयी है। मरीज के परिजन पुलिस की मौजूदगी में यह प्रक्रिया पूर्ण करेंगे। हाथ पर रोगी का नाम सुमित कुमार अंकित है। साथ ही यह भी बताया गया है कि इस घटनाक्रम में जिन भी कर्मचारियों की लापरवाही उजागर होगी, उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

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