लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय की पैथोलॉजी में ब्लड व प्लेटलेट्स की बीमारियों की और उच्चस्तरीय व सटीक जांच हो सकेगी। विभाग में कॉगुलेशन लैब स्थापित होने से अधिक से अधिक मरीजों की कम समय में उच्चस्तरीय जांच हो सकेगी। यह बात पैथोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. यूएस सिंह ने सोमवार को पैथोलॉजी विभाग के 110 वें स्थापना दिवस समारोह में कही।
ब्रााउन हॉल में आयोजित कार्यक्रम में डॉ. यूएस सिंह ने कहा कि कॉगुलेशन लैब में हीमोफीलिया, ब्लीडिंग से जुड़ी बीमारियों की सटीक पहचान की जा सकेगी। प्लेटलेट्स से जुड़ी जांच भी उच्चस्तरीय हो सकेगी।
उन्होंने बताया कि लैब में दो आधुनिक ऑटो मैटेड कॉग्लोमीटर लगाए गए हैं। इससे अधिक नमूनों की जांच सम्भव है। अभी तक मैनुअल जांच ही होती थी।
यूएसए की डॉ. सुमिता गोखले कहा कि ब्रेस्ट कैंसर तेजी से बढ़ रहा हैं।
ब्रेस्ट की गांठ या घाव होने पर 80 प्रतिशत महिलाओं की बायोप्सी होती है। उन्होंने कहा कि आश्चर्य की बात तो यह है कि बीमारी गंभीर होने पर महिलाएं अस्पताल पहुंच रही है, जबकि यूएसए में 50 की उम्र होने पर बाद सभी महिलाओं के लिए प्रत्येक वर्ष मैमोग्राफी करना अनिवार्य है। नतीजन यूएसए में स्तन कैंसर के मामलों में कमी आ रही है। कार्यक्रम में केजीएमयू कुलपति डॉ. बिपिन पुरी, डॉ. सुमीत गुजराल और सर गंगाराम अस्पताल से डॉ. ममता कंकरा उपस्थित थे।