लखनऊ। दीपावली त्योहार को देखते हुए किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में विशेषज्ञ डाक्टरों की टीम के अलावा तीस बिस्तर अलग आरक्षित कर दिया गये है, ताकि आपदा प्रबंधन में कोई दिक्कत न हो। उधर अभी तक केजीएमयू में मैन पावर न मिलने के कारण अभी तक बर्न यूनिट नहीं शुरू हो पायी है।
केजीएमयू प्रवक्ता डा. सुधीर सिंह ने बताया कि त्योहारों के मद्देनजर के ट्रामा सेंटर में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए आपदा प्रबंधन की तैयारी की गयी है। उन्होंने बताया कि ट्रामा सेंटर अलग से तीस बिस्तर आरक्षित कर दिये गये है। इसके अलावा प्लास्टिक सर्जन, आर्थोपैडिक, सर्जन, न्यूरो सर्जन की टीम बना दी गयी है, ताकि किसी भी गंभीर मरीज के इलाज में कोई देरी न हो। उन्होंने बताया कि ट्रामा सेंटर में गंभीर मरीज के इलाज में ऐसे तो कोई दिक्कत नही होती है, लेकिन त्योहारों को देखते हुए विशेष व्यवस्था की गयी है। उन्होंने बताया कि कोरोना प्रोटोकाल को देखते हुए सभी तैयारी की गयी है। इमरजेंसी मेडिसिन से लेकर किसी प्रकार की कही कोई कमी नहीं है।
उनका कहना है कि अभी तक बर्न यूनिट अभी तक शुरू हो पायी है। मैन पावर के लिए शासन को पत्र भेजा गया है। हालांकि बर्न के मरीजों का इलाज किया जा रहा है। बताते चले कि बर्न यूनिट में उपकरण तो अत्याधुनिक लगा दिये गये है, इसको देखते हुए प्लास्टिक सर्जरी विभाग ने मैन पावर की लिस्ट शासन को भेज दिया था, जिसके तहत डाक्टर, नर्सिंग स्टाफ, वार्ड ब्वाय व अन्य स्टाफ की मांग की गयी है। जल्द ही इसके पूरा होने की उम्मीद है।