लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के ट्रामा सेंटर में दाहिनी छोर पर नयी रैंप बनाई जाने का निर्देश दे दिया गया है। इससे मरीजों को बाहर निकलने के लिए मेन गेट पर लाइन नहीं लगानी पड़ेगी। मरीज को रैंप से ही वार्ड में भेजा जा सकेगा। इस पर करीब तीन करोड़ 40 लाख रुपये खर्चा आने की उम्मीद है। बताते चले कि ट्रामा सेंटर में मरीजों को अंदर ले जाने और बाहर निकालने के लिए एक ही गेट है। दूसरा गेट कुछ महीने पहले बंद किया गया था। मेन गेट से हाल में प्रवेश करने पर मरीजों को ऊपरी मंजिल पर जाने के लिए एक लिफ्ट और रैंप मिलती है।
इसी से मरीज ऊपर शिफ्ट किये जाते हैं और नीचे आते हैं। इसको दोबारा शुरू करने की मांग की जा रही थी। करीब दो साल पहले ट्रामा सेंटर में आग लगने के बाद तय हुआ था कि मरीजों की निकासी के लिए अलग से रैंप होनी चाहिए। ताकि भगदड़ मचने पर मरीजों व तीमारदारों को बाहर निकलने में परेशानी न हो। इसके अलावा ट्रामा सेंटर के दाहिनी तरह पुलिस चौकी के सामने बची जगह पर रैंप बनाई जा रही है। रैंप के निर्माण के लिए ट्रामा केबगल में स्थित दो हरे पेड़ को भी काट दिया गया है। हालांकि के जीएमयू प्रशासन ने इसके लिए बाकायदे निविदा जारी की थी।
अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.