लखनऊ। किंग जार्ज मेडिकल विश्वविद्यालय में अमृत फार्मेसी का उद्घाटन केन्द्रीय मंत्री जेपी नड्डा और प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन के नामों का शिलापट्ट दीवार पर लगा कर फार्मेसी का प्रचार किया गया था, आज कल वह शिलापट्ट अभी नहीं लगाया गया है आैर वह अब फार्मेसी के समीप कूड़ेदान के पास पड़ा हुआ है। इसको लेकर केजीएमयू प्रशासन अभी मौन साधे हुए है। बताया जाता है कि मीडिया में यह जानकारी आने के बाद वह ओपीडी ब्लाक में रखे शिलापट् को वहां से हटा दिया है।
बताते चले कि केजीएमयू में मौजूद अमृत फार्मेसी मरीजों के लिए कारगर साबित नहीं हो रही। संस्थान के डॉॅक्टरों की लिखी दवाएं व सर्जिकल उपकरण मरीजों के लिए उपलब्ध नहीं हैं। केजीएमयू में बीते 21 अगस्त को दो अमृत फार्मेसी का काउंटरों का शुभारंभ हुआ हुआ था। इनमें एक शताब्दी फेज-1 और दूसरा ओपीडी ब्लाक में मौजूद हैं। फार्मेसी संचालन के करीब तीन माह बीतने के बाद भी अभी तक यहां न तो मरीजों के लिए दवाओं व सर्जिकल उपकरणों की उपलब्धता नहीं हो सकी है। इसका खामियाजा यह हुआ कि फार्मेसी संचालन के करीब तीन माह बीतने के बाद भी उद्घाटन की शिलापट नहीं लग सकी। फार्मेसी के समीप रखी हुई है।
इसके करीब ही कूड़ा भी डाला जाता है। केंद्रीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्ढï समेत प्रदेश सरकार के कई मंत्रियों व अधिकारियों के नाम वाली यह शिलापट बीते करीब तीन माह से ओपीडी ब्लॉक स्थित अमृत फार्मेसी के समीप कूड़ेदान के पास रखी है। जबकि केजीएमयू प्रशासन समेत अमृत फार्मेसी के संचालक इससे भलिभांति परिचित हैं। नयी काउंटर को शुरू करने के लिए केजीएमयू ने अपने हाथ पीछे कर लिए है। बताया जाता है कि केजीएमयू प्रशासन में हड़कम्प मच गया है आैर उसे शिलापट् जमीन में कूड़ेदान के पास रखा होने के बाद उसे तत्काल लगवाने के निर्देश दे दिया है।