एक ताजा अध्ययन से यह बात उभर कर सामने आई है कि महिलाओं के खून में शुगर की मात्रा जितनी ज्यादा होगी, उन्हें कैसर का खतरा भी उसी अनुपात से ज्यादा रहेगा। उक्त नतीजे तक पहुंचने के लिए शोधकताओँ ने 274126 पुरुषों और 275,818 महिलाओं के खून में शुगर लेवल की जाँच की, जिसमें नॉवें, ऑस्ट्रेलिया और स्वीडन के लोगों ने हिस्सा लिया.
यह साबित न हो सका कि ब्लड ग्लूकोज खुद कैंसर को चढावा देता है –
अध्ययन की शुरुआत में इन लोगों की औसत आयु 44.8 वर्ष थी। दस साल बाद पता चला कि अध्ययन में भाग लेने वालों के ‘बॉडी मास इंडेक्स’ का लेवल चाहे जो भी रहा हो, उन में कैंसर पनपने का खतरा बढ़ा ही हुआ था। हालांकि यह साबित न हो सका कि ब्लड ग्लूकोज खुद कैंसर को चढावा देता है। हां, यह संकेत जरूर मिला कि शायद यह (ब्लड ग्लूकोज) ट्यूमर यानी गांठों की कोशिकाओं को खुराक देकर उनकी वृद्धि को तेज कर देता है। यह तो हम सभी जानते ही है कि अनियंत्रित रूप से विभाजित हो रही कोशिकाएं ही कैंसर की गांठों को बनाने में अहम रोल अदा करती है।