डिटॉक्स थेरेपी – जहरीले तत्व वातावरण में ही नहीं, हमारे शरीर में भी जमा होते हैं रहते हैं। समय रहते अगर इनकी सफाई न की जाये, सेहत सम्बंधित कई तरह की समस्याएं पैदा हो सकती हैं। हालाँकि कुदरत ने हमारे शरीर में जहरीले तत्वों को निकाल बाहर करने की व्यवस्था पहले से कर रखी है, फिर भी किन्ही कारणों से जहरीले तत्व जमा होते ही रहते हैं।
कुछ लोगों को लगता है की उपवास रखकर अगर सिर्फ पानी का सेवन किया जाये तो शरीर में मौजूद सारे जहरीले तत्व निकल जायेंगे, लेकिन यह सच नहीं है. हाँ हम यदि रोज़ाना पीने के पानी की मात्रा एक चौथाई बढ़ा दें, फलों और सब्जियों का सेवन अधिक से अधिक करें, तो शरीर के जहरीलेपन को दूर करने में मदद मिल सकती है।
डिटॉक्स थेरेपी से जहरीलेपन दूर करने के फायदे –
- पसीना, मल-मूत्र और पेट की गैस के जरिये जहरीले तत्व शरीर से बहार निकल जाते है।
- शरीर से अनावश्यक तत्वों को निकालने वाला सिस्टम और प्रभावी ढंग से काम करने लग जाता है।
- वजन कम करने में मदद मिलती है।
- स्वास्थय में सुधार आता है, ध्यान बेहतर होता है और बीमारियों को रोकने में मदद मिलती है।
- समय से पहले उम्र ढलने और डीजेनेरेशन में लगाम लगती है।
- शरीर ऊर्जावान बनता है, मानसिक स्पष्टता आती है, मूड बेहतर बनता है और त्वचा दमक उठती है।
दरअसल शरीर की विषाक्ता दूर करने के लिए सबसे जरूरी यह है की शरीर को ऊर्जाहीन बनाने वाले तथा पचने में कठिन खाद्य पदार्थों का सेवन न किया जाये। वे खाद्य पदार्थ हैं – मैदा, व्हीट (ब्रेड और पास्ता), सभी तरह के डेयरी प्रोडक्ट, अंडे, मांस, मछली, प्रोसेस्सेड फूड्स, सोडा, कोला, अल्कोहल, कैफीन और शुगर।
यूँ करे डिटॉक्स प्लानिंग –
यहाँ जहरीलेपन दूर करने के लिए एक साप्ताहिक डाइट प्लान दिया जा रहा है, जिस पर अमल कर आप अपने शरीर को अंदर से अधिक शुद्ध और अधिक स्वस्थ बना सकते हैं।
लेकिन इसके लिए पहले निम्न आम बातों पर ध्यान देना जरूरी हैं :
- रोज़ाना सुबह सिर्फ फलों का ही सेवन करें।
- तिल का तेल, एक्सट्रा वर्जिन ओलिव आयल या फिर मूंगफली का तेल, रोज़ाना चार चम्मच तक ही लें।
- सादा या नीबू पानी का इस्तेमाल रोज़ाना खूब करें।
- मौसम के अनुसार नीबू, अदरक और ज़ीरा का भी सेवन अवश्य करे।