लॉरी में पीटे डॉक्टर, इमरजेंसी ट्रामा सेंटर शिफ्ट

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लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के लॉरीकार्डियोंलॉजी विभाग की इमरजेंसी में मरीज मौत के बाद तीमारदारों ने आईसीयू में घुसकर डॉक्टरों को दौड़ा- दौड़ा कर पीटा। कई डाक्टर चोटिल हो गये है। कर्मचारियों ने किसी तरह डाक्टरों को बचाया। आक्रोशित तीमारदारों ने आईसीयू का दरवाजा तोड़ कर उखाड़ दिया। तैनात सुरक्षा गार्ड भी कुछ नहीं कर पाये। सुरक्षा गार्ड भी पीटे गये। तीमारदारों की तोड़-फोड़ से आईसीयू के मरीज तीमारदारों में भगदड़ मच गयी। इस घटना के बाद रेजिडेंट डॉक्टरों ने कामकाज ठप कर दिया आैर इमरजेंसी गेट पर ताला डालकर सेवाएं ठप कर दी। यह सब तब हुआ जब परिसर में पुलिस चौकी बना दी गयी है। मौके पर पहुंची पुलिस व केजीएमयू के प्रशासनिक अधिकारियों ने समझा बुझा कर शांत किया, लेकिन लॉरी में इमरजेंसी नहीं शुरु हो सकी। कार्डियक इमरजेंसी को लॉरी से ट्रामा सेंटर शिफ्ट कर दिया गया।

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गोंडा के करनैलगंज निवासी अब्दुला (40) को हार्ट अटैक आने पर स्थानीय डाक्टरों ने केजीएमयू के लॉरी कार्डियोलॉजी शिफ्ट कर दिया। यह लोग करीब साढ़े तीन बजे लारी पहुंचे। यहां की इमरजेंसी में डॉक्टरों ने मरीज का तत्काल ईसीजी किया आैर पल्स देखने के बाद जांच रिपोर्ट के आधार पर डॉक्टरों ने मरीज को डेथ घोषित कर दिया। इस पर तीमारदार नाराज हो गये। वह सब मरीज को आईसीयू में भर्ती करने की जिद करने लगे।लगातार दबाव के बाद डॉक्टर अब्दुला को आईसीयू ले लाकर सीपीआर देते हु, सांसें वापस लाने की कोशिश की, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। डाक्टरों ने तीमारदारों को समझाते हुए कहा कि मरीज की मौत लगभग आधे घंटे पहले ही हो चुकी है। इतना कहते ही आक्रोशित तीमारदार लापरवाही बताते हुए डॉक्टरों को अचानक पीटने लगे। अचानक इस घटना से डॉक्टरों घबराकर भागने की कोशिश की, लेकिन बीस -पच्चीस तीमारदारों ने डॉक्टरों को घेर लिया आैर पीटना शुरू कर दिया।

इससे सीनियर रेजिडेंट डॉ. लोटस गैरीसन, डॉ. दीपक, डॉ. प्राची और डॉ. वरूण चोटिल हो गये आैर तब हंगामा और बवाल की सूचना पर कर्मचारी आईसीयू में आ गये। किसी तरह डाक्टरों को बचाया। पुलिस ने तोड़-फोड़ के आरोप में खालिद और अखलाख को पकड़ लिया। मारपीट व हंगामे के बाद डॉक्टरों ने इमरजेंसी सेवाएं ठप कर दी। करीब एक घंटे इमरजेंसी चैनल गेट बंद रखा। इस दौरान मरीजों को दिक्कतें झेलनी पड़ी। डाक्टरों ने समझाने के बाद भी वहां पर इमरजेंसी शुरू नहीं की तो इमरजेंसी को ट्रामा सेंटर शिफ्ट कर दिया गया। वहां पर सीनियर डाक्टर तैनात कर दिये गये है। केजीएमयू प्रवक्ता डा. सुधीर ने बताया कि इमरजेंसी को ट्रामा सेंटर शिफ्ट करने के बाद जांच भी शुरू कर दी गयी है।

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