लेबर रूम था नहीं हो रही थी डिलीवरी

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लखनऊ। स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार राजधानी के विभिन्न क्षेत्रों में छापा कर मानक नहीं पूरे होने पर तीन निजी अस्पताल को सील कर दिया आैर छह हास्पिटल का निरीक्षण करके गड़बड़ी पाये जाने पर नोटिस थमा दी। सीतापुर रोड स्थित नर्सिंग होम पर छापा मार का कार्रवाई की। कार्रवाई में कई अस्पतालों में मानक के अनुसार डाक्टर नहीं मिला, तो कही बिना पंजीकरण के ही अस्पताल चल रहा था। इसी क्रम में मोहनलालगंज क्षेत्र के निगोहा में डा. हरीशचंद्र की क्लीनिक सील करने के अलावा नगराम में प्रिंस पालीक्लीनिक को भी सील कर दिया। यहां पर फोल्डिंग पलंग पर मरीजों का इलाज किया जा रहा था। एलोपैथ व आयुर्वेद दोनों दवाओं का प्रयोग किया जा रहा था।

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सीएमओ डा. जीएस बाजपेयी ने बताया कि मोहनलालगंज स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी को निर्देश दिये गये कि शिकायतों के आधार पर डा. हरीशचंद्र पालीक्लीनिक पर कार्रवाई की जाए। मौके पर पहंुची टीम को क्लीनिक बंद मिली। क्लीनिक को तत्काल सील कर दिया गया। इसके अलावा नगराम में प्रिंस पालीक्लीनिक का निरीक्षण किया गया तो पाया कि यहां पर कुछ भी मानक के अनुसार नही था। यहां पर मरीजों का इलाज साधारण फोल्डिंग पलंग पर हो रहा था। मरीजों का इलाज करने वाले डाक्टर मौजूद नहीं थे। मरीजों का एलोपैथ व आयुर्वेद दोनों प्रकार की दवाओं से इलाज किया जा रहा था। पंजीकरण भी नही पाया गया। मौजूद लोग जांच कर रही टीम को धमकाने लगे। मानक के अनुसार अस्पताल न होने पर उसे सील कर दिया गया।

इसके अलावा अलग -अलग डिप्टी सीएमओ के नेतृत्व में निकली टीम में अलीगंज स्थित हर्ष मेडिकल सेंटर का निरीक्षण करने पहुंचे। यहां पर टीम को सबकुछ सही मिला। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अनूप श्रीवास्तव के नेतृत्व में विनोद चौरसिया के साथ समता चौराहा निकट प्रभात हास्पिटल एवं जच्चा बच्चा केन्द्र पहुंचे। यहां पर अस्पताल में कोई मौजूद नहीं मिला। अस्पताल में न तो मरीज था आैर न ही डाक्टर मिला। टीम ने मौके पर हास्पिटल में ताला लगाकर चाबी मकान मालिक को सौंप दी गयी। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील कुमार रावत के साथ सौरभ माथुर आईआईएम रोड स्थित बीके मेमोरियल अस्पताल पहुंचे। यहां पर अस्पताल का कोई मालिक नहीं मिला। अस्पताल में कोई वैध डिग्रीधारक डाक्टर मौजूद नहीं था। अस्पताल में डिलीवरी होती थी लेकिन लेबर रुम नहीं था। पंजीकरण भी नही मिला।

आईआईएम रोड स्थित जे आर डायग्नोस्टिक सेंटर पर जब निरीक्षण करने अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील रावत पहुंचे, तो प्रमुख डाक्टर, पैरामेडिकल कोई नहीं मिला। बख्शी का तालाब स्थित एस आर एन हास्पिटल में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. डीके बाजपेयी पहुंचे तो हास्पिटल में कोई भी अभिलेख नहीं था आैर न ही कोई डाक्टर मौजूद था। कई अन्य गंभीर खामियां भी मिली। इसके आधार पर तत्काल अस्पताल को सील कर दिया गया।

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एम के सिंह आईमेक्स हास्पिटल बख्शी का तालाब निरीक्षण करने पहुंचे तो यहां पर मानको के अनुसार इलाज नहीं हो रहा था आैर न ही पंजीकरण मौजूद था। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. राजेद्र चौधरी सीतापुर रोड स्थित हर्षा हास्पिटल के साथ शशिशेखर राय पहुंचे तो सभी प्रकार के नियमों का पालन कि या जा रहा था। सीएमओ ने बताया कि सील करने अलावा अन्य हास्पिटल को नोटिस देकर अभिलेख के साथ कार्यालय तलब किया गया है।

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