लखनऊ। केजीएमयू की रेजीडेंट डाक्टर एसोसिएशन अब मरीजों के इलाज में दवाओं की कमी व सर्जिकल सामान के कारण हो रही दिक्कत पर आहत हो गयी है । केजीएमयू कुलपति प्रो. रविकांत व मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. एस सी तिवारी को भी जानकारी देने के बाद समस्याओं का निराकरण न होने पर रेजीडेंट डाक्टर एसोसिएशन केजीएमयू ट्रामा सेंटर में सोमवार को आयोजित कार्यक्रम में आ रहे राज्यपाल व कुलाधिपति केजीएमयू रामनाईक को दवाओं व सर्जिकल सामान की कमी से मरीजों को हो रही दिक्कतों की जानकारी देगें। रेजीडेंट डाक्टरों ने चेतावनी दी है कि अगर इसको पूरा नहीं किया गया तो अब मरीज को बाहर से दवा व सामान लिखेंगे आैर जो भी सामान होगा उसी में इलाज करेंगे। जबकि केजीएमयू प्रशासन बजट न होने से दवाओं व सामान की कमी को जल्द ही इसकी कमी को पूरा करने का दावा करता आया है।
मरीजों के इलाज में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है –
केजीएमयू के ट्रामा सेंटर से लेकर विभागों के वार्डो में लम्बे समय से सामान्य से लेकर जीवन रक्षक दवाओं की कमी बनी हुई है। तीमारदारों को सीरिंज, दस्ताने, कैथडर, नाक की नली सहित की काफी सामान बाहर की दवा की दुकानों से खरीद कर लाने पड़ता है। ट्रामा सेंटर में वेंटिलेटर यूनिट में मरीज को भर्ती करने के लिए किट बाहर से लाना पड़ता है, यही नहीं आईसीयू व अन्य उपकरण भी ज्यादातर गड़बड़ है जिनको ठीक नहीं कराया जाता है, जिसके कारण मरीजों के इलाज में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
रेजीडेंट डाक्टरों का दावा है कि मरीजों के इलाज के लिए प्राथमिक दवाएं व दस्ताने सीरिंज तक नहीं है। एक दूसरे मरीजों के लिए खरीद कर लायी दवाओं के जुगाड़ से इलाज करना पड़ता है। उनका दावा है कि केजीएमयू के ट्रामा सेंटर प्रभारी से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों को भी कई बार लिख कर दिया जा चुका है। यहीं नहीं रेजीडेंट व जूनियर डाक्टर पैरामेडिकल व अन्य स्टाफ की कमी के कारण बेहाल रहता है, उनके काम भी उन्हें करने पड़ते है। रेजीडेंट डाक्टर्स एसोसिएशन का दावा है कि सोमवार को ट्रामा सेंटर आ रहे राज्यपाल व कुलाधिपति रामनाईक को ज्ञापन देकर दवाओं व सर्जिक ल सामान की कमी होने की जानकारी देगी।