लखनऊ। राष्ट्रीय रेफरल बने केजीएमयू के बायोकेमिस्ट्री विभाग में नाइजीरिया के दो वैज्ञानिक प्रशिक्षण लेने आ रहे है। लेड विषाक्तता के प्रशिक्षण के लिए नाइजीरिया से दो वैज्ञानिक किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के बायोकेमिस्ट्री में दो महीने के प्रशिक्षण करेंगे। यह दोनों वैज्ञानिक चिकित्सा विश्वविद्यालय में गर्भवती महिलाओं में लेड के प्रभाव के आंकलन का प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। इनमें एक वैज्ञानिक डा उशे ने कुलपति प्रो. एमएलबी भट्ट से मुलाकात की।
यह जानकारी केजीएमयू प्रवक्ता डा. नरसिंह वर्मा ने बताया कि नाइजीरिया इबादन विश्वविद्यालय डा उशे व डा. एन्थानेट एक जुलाई से प्रशिक्षण पर आ रहे है। उन्होंने बताया कि दोनों वैज्ञानिक महिलाओं में लेड के प्रभाव का शोध करेंगे। उनके द्वारा भारी धातु जैसे सीसा, कैडमियम, मर्करी का आकलन का तरीका आैर जस्ता, सेलेनियम आदि आवश्यक तत्वों के विश्लेक्षण करेंगे। इसके अलावा विटामिन ए, सी, डी आैर ई के आकलन किया जाएगा। उन्हें लेड एनाइजर, इंडिक्टिव युग्मित प्लाज्मा स्पेक्ट्रोस्कोपी परमाणु अवशोषण स्पेट्रोस्कोपी के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा।
यह सभी विशिष्टताएं चिकित्सा विश्वविद्यालय के बायोकेमिस्ट्री विभाग में मौजूद है। वर्तमान में केजीएमयू का बायोकेमिस्ट्री विभाग को लेड विषाक्तता के लिए राष्ट्रीय रेफरल सेंटर है। कु लपति प्रो. एमएलबी भट्ट ने नाइजीरिया वैज्ञानिक डा. उशे से मुलाकात करने के बाद उन्होंने विभाग के प्रमुख डा. अब्बास अली मेंहदी को अंतरराष्ट्रीय सहकार्यता के लिए उनके प्रयासों की सराहना की। इस अवसर पर प्रो. आर के गर्ग भी मौजूद थे।