लिफ्ट फंसी , स्ट्रेचर पर मरीज बेहाल

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लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के ट्रामा सेंटर में लिफ्ट की हालत में सुधार नही हो रहा है। समय पर मरम्मत न होने से एक बार फिर मरीज को नीचे लाते हुए लिफ्ट बीच रास्ते में बंद हो गयी। लिफ्ट के अंदर स्ट्रेचर पर मरीज बेहाल हो गया। तीमारदार दरवाजा पीटने लगे। मौके पर पहुंचे तकनीशियनों ने किसी तरह दस मिनट में दरवाजा को खोल पाये, इसके बाद ही मरीज को किसी प्रकार नीचे उतारा गया। बताते चले कि केजीएमयू प्रशासन की लापरवाही के चलते आये दिन खराब होने से मरीज फंसता रहता है।

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ट्रामा सेंटर में चार लिफ्ट है। इनमें दो बड़ी लिफ्ट में स्ट्रेचर से मरीजों को ऊपरी तलों पर ले जाते है। यहां पर आये दिन लिफ्ट खराब रहती है। मरीज को रैम्प या सीढ़ी ले जाने के लिए तीमारदार मजबूर रहते है। खराब लिफ्ट की मरम्मत भी नहीं हो रही है। इसके कारण मरीज को फंसने की घटनाएं आये दिन होती रहती है। आज भी लिफ्ट संख्या एक से मरीज को स्ट्रेचर से तीमारदार नीचे लेकर आ रहे थे। बीच में लिफ्ट फंस गयी। स्ट्रेचर पर मरीज की हालत बनी थी। अचानक लिफ्ट बीच में बंद हो गयी। लिफ्ट बंद होेने के कारण मरीज की सांस फूलने लगी।

कुछ देर लिफ्ट बंद रहने के बाद भी कोई मदद नही मिली तो तीमारदारों ने दरवाजा पीटना शुरू कर दिया। लिफ्ट बंद होने की जानकारी लिफ्ट मैन को तलाश करके दी गयी। लगभग दस मिनट में वह पहुंच गया, लिफ्ट को मैनुअली खोलने की कोशिश हो गयी। लिफ्ट बीच में फंसने के कारण खोलने में दिक्कत हो रही थी। कुछ नीचे सरका लिफ्ट का दरवाजा किसी प्रकार खोला गया। इसके बाद भी मरीज को नीचे आने के लिए स्टेचर नीचे लाने के लिये तीमादारों को कंधे तक उठाना पड़ा। इसके बाद ही मरीज को नीचे उतारा जा सका।

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