लखनऊ। डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में फिर बीमार कर्मचारियों की कोविड हॉस्पिटल में ड्यूटी में बवाल मचने लगा है। इस मामले में संस्थान के अधिकारी-कर्मचारी एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने में जुट गये हैं। आरोप है कि जानबूझ कर बीमार कर्मचारियों की ड्यूटी लगाकर उत्पीड़न किया जा रहा है।
लोहिया संस्थान का कोविड हॉस्पिटल शहीद पथ पर संचालित है। यहां पर संस्थान के फैकल्टी डॉक्टर से लेकर कर्मचारियों तक की बारी-बारी ड्यूटी लगायी जा रही है।
नर्सेस संघ के महामंत्री अमित शर्मा का आरोप है कि संस्थान प्रशासन कोविड अस्पताल में ड्यूटी लगाने में भेद भाव कर रहा है। प्रशासन अधिकारी अपने खास लोगों की ड्यूटी लगाने की बजाय कुछ लोगों की बार-बार ड¬ूटी लगा देते है। आरोप है कि बीमार कर्मचारियों की ड्यूटी जानबूझ कर कोविड -19 हॉस्पिटल में लगा दी जा रही है, जबकि मेडिकल बोर्ड ने जांच के बाद कर्मचारियों में बीमारी की पुष्टि कर चुका है आैर नियमानुसार कोविड में ड्यूटी न लगाने के लिए कहा गया है। बुधवार को संस्थान के सीएमएस डॉ. राजन भटनागर की तरफ से ड्यूटी रोस्टर जारी किया गया है, उसमें आठ कर्मचारी बीमारी हैं। यह लोग अस्थमा, गर्भवती महिलाएं, ऑटो इम्यून डिसीज से पीड़ित है। इसके बाद भी इन सभी की ड्यूटी कोविड हॉस्पिटल में लगाई गई है।
अमित शर्मा का आरोप है कि यह सभी कर्मचारी हॉस्पिटल में लगातार काम कर रहे हैं। यदि ड्यूटी लगाने में भेदभाव किया गया तो आन्दोलन किया जाएगा। वहीं संस्थान के प्रवक्ता डॉ. श्रीकेश सिंह का कहना है कि कर्मचारियों की ड्यूटी कोविड हॉस्पिटल के ग्रीन जोन में लगायी गयी है। इस क्षेत्र में संक्रमण का खतरा नहीं है।