लखनऊ। डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में तमाम दावों के बावजूद नये बैच के मेडिकोज की रैगिंग हो गयी है। सीनियर्स का आदेश का डर ऐसा था कि नये बैच के एमबीबीएस के मेडिकोज ने छात्रावास में ही एक-दूसरे के ट्रिमर से बाल छोटे करते हुए जीरो नम्बर करा लिए। सीनियर के इस आदेश से जूनियरों में खौफ व्याप्त है। वहीं संस्थान के प्रवक्ता डॉ. श्रीकेश सिंह का कहना है कि ऐसा कोई मामला संज्ञान में नहीं आया है। संस्थान में रैगिंग पूरी तरह प्रतिबंधित है। फि लहाल इस प्रकरण की जांच कराई जाएगी।
लोहिया संस्थान के नये बैच के एमबीबीएस मेडिकोज को फोन पर सभी को बाल जीरो प्वाइंट करने का निर्देश दिया। बताया जाता है कि जूनियर्स ने अगले दिन बाल कटवाने का वादा किया, आरोप है कि सीनियर्स उन्होंने सेविंग के लिए घर से ट्रिमर से मेडिकोज को एक-दूसरे के बाल काटने जीरो नम्बर करने के निर्देश दिया। इसके बाद सभी छात्रों ने एक-दूसरे से बाल काट लिए। अगर जूनियर की माने तो सीनियर्स ने हॉस्टल से एकेडमिक ब्लॉक जाने को चलकर जाने को लेकर विशेष निर्देश दे रखे है। कैम्पस में निकलते ही मेडिकोज को सिर झुका कर नजरों को एप्रेन की थर्ड बटन पर रखने पर ही चलना है। बता दें कि लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में एमबीबीएस की कक्षाएं कोरोना की वजह से 2021 में शुरू हुईं हैं। इसके लिए एक फरवरी को छात्र कैम्पस में बुलाने के बाद एससी रॉय हॉस्टल में क्वारेंटीन किया गया था। इसके बाद ये सबका कोरोना टेस्ट किया गया। 14 दिन तक इन छात्रों की हॉस्टल में ही ऑन लाइन क्लास चलाई गई थी। वहीं 15 फरवरी से ऑफ लाइन क्लास शुरू की गई थी। फि लहाल रैगिंग की जानकारी मिलने के बाद लोहिया संस्थान प्रशासन ने गुपचुप तरीके जांच कर कार्रवाई करने की तैयारी शुरू कर दी है। जब कि लोहिया संस्थान के मीडिया प्रवक्ता डा. श्रीकेश का कहना है कि मेडिकोज के बाल कटवाने की घटना संज्ञान में नहीं आई है। संस्थान में रैगिंग पूरी तरह बैन है। यदि कोई शिकायत नहीं करता है, तो जांच की जाएगी। सीनियर्स पर नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।