लखनऊ। डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में मस्तिष्क की जटिल व गंभीर बीमारियां का उच्चस्तरीय इलाज व सर्जरी हो सकेगी है। संस्थान में लंबे समय से एडवांस न्यूरो साइंस सेंटर बनाने की कवायद चल रही थी। साइंस सेंटर के लिए एक वर्ष पहले जारी बजट रूका हुआ था। अब जाकर न्यूरो साइंस सेंटर के लिए भवन का निर्माण शुरू होने जा रहा है। चार फ्लोर के भवन के विस्तार का काम शुरू हो गया है। कुल छह फ्लोर का भवन बनाने का प्रस्ताव है।
बताते चले कि वर्ष 2021 में प्रदेश सरकार ने एडवांस न्यूरो साइंस सेंटर के पहले चरण के निर्माण के लिए बजट भी जारी कर दिया था। इस पूरी परियोजना 3426.39 लाख रुपये की है। इसके निर्माण के लिए पहली किस्त के तौर पर लगभग 48 लाख रुपये जारी किए गए। बताया जाता है कि आपसी सामजस्यं न होने के कारण लंबे समय से यह बजट रूका रहा। अब इस बजट से चार मंजिला न्यू ब्लॉक में दो तल और बनेंगे।
प्रस्तावित योजना के अनुसार एडवांस न्यूरो साइंस सेंटर में 200 बेड होंगे। इसमें अत्याधुनिक न्यूरो सर्जरी व न्यूरोलॉजी विभाग का संचालन किया जाएगा। सेंटर में 60 बेड का आईसीयू उपकरणों से सुसज्जित होगा, जिसमें 20 बिस्तर ट्रॉमा आईसीयू के लिए होंगे। इसमें बच्चों के इलाज भी किया जाएगा। यहां पर पीडियाट्रिक न्यूरोसर्जरी व न्यूरोलॉजी में 20 बिस्तर होंगे। इसमें सिर के ट्यूमर व दूसरी सिर की बीमारी के बच्चों को उच्चस्तरीय इलाज मिल सकेगा। सेंटर में 24 घंटे सीटी स्कैन जांच के लिए सेंटर में मशीन लगाने का भी प्रस्ताव है।
अगर देखा जाए तो न्यूरो सर्जरी में वर्तमान में मात्र 20 बेड का वार्ड है। दस बिस्तरों का आईसीयू है। न्यूरो साइंस सेंटर में अत्याधुनिक उपकरणों से लैस स्पेशल यूनिट बनेंगी। इसमें सिर, स्पाइन सर्जरी यूनिट व ब्रोन ट्यूमर सर्जरी यूनिट बनेगी। प्रस्ताव के अनुसार ब्रोन ट्यूमर के इलाज के लिए गामा नाइफ की मशीन भी आएगी। इसके लिए रेडिएशन ऑन्कोलॉजी भवन के बगल में बंकर बनेगा। मशीन व बंकर के लिए लगभग 30 करोड़ लागत प्रस्ताव है। इस मशीन से बिना सर्जरी के सिर में रेडिएशन से छोटे ट्यूमर का इलाज संभव होगा।