लखनऊ। डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में कर्मचारी वेतन न बढ़ने से आक्रोशित है। आक्रोशित कर्मचारियों ने वेतन न बढ़ने पर आंदोलन की तैयारी के लिए शनिवार को बैठक की। लोहिया संस्थान में विभिन्न पदों पर कार्यरत लगभग 3000 आउटसोर्स कर्मचारी पिछले कई वर्ष से वेतन बढ़ाने की मांग कर रहे है। उनका कहना है कि पीजीआई में कर्मचारियों का वेतन बढ़ गया है और अगस्त से इसका लाभ दिया जाना है, लेकिन अभी तक लोहिया संस्थान में अब वही वेतन लागू नहीं हो पाया है।
शनिवार की बैठक में कर्मचारियों का कहना था कि संस्थान में सफाई के लिए क्लीनिंग एंड सेनिटाइजेशन का टेंडर हुआ है, लेकिन कर्मचारियों को वेतन बढ़ोत्तरी एवं अन्य वैधानिक लाभ नहीं मिल पा रहा है। यूनियन पदाधिकारी आनंद बाल्मिकी ने कहा कि सफाई कर्मचारी के टेंडर में हम लोगों के साथ धोखा हुआ। हम लोगो के वेतन बढ़ोत्तरी संबंधी कोई नियम नही रखा गया ।
.आज भी सफाई कर्मियों को दो प्रकार का वेतन दिया जा रहा है।
महामंत्री सच्चिता नन्द मिश्रा ने कहा की इस बार अगर सफाई का टेंडर मैन पावर का नही हुआ तो इसके खिलाफ सफाई कर्मचारियों को लेकर धरना प्रदर्शन दिया जाएगा। क्लीनिंग का ठेका अब स्क्वायर फीट में नही कर्मचारियों की संख्या और वेतन निर्धारण के साथ होना चाहिए। वेतन बढ़ोत्तरी के मामले में निदेशक का आश्वासन मिला है ।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि अगर प्रशासन वेतन बढ़ोत्तरी की फाइल गवर्निंग बॉडी में ले जाने तथा सफाई कर्मचारियों के मानव आपूर्ति टेंडर किए जाने में कोई लापरवाही करते है, तो जल्दी ही प्रशासनिक भवन पर सभी 3000 कर्मचारी धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।