लखनऊ। शहर में इंफ्लुएंजा वायरस का एच -3 एन -2 ने दस्तक दे दी है। हालांकि विशेषज्ञों के अनुसार यह साधारण इंफ्लुएजा का वायरस का म्यूटेशन कहा जा रहा है, लेकिन इस वायरस को नये ग्रुप में रख कर सर्तक रहने के निर्देश दिये गये है। यह इंफ्लुएंजा वायरस मुम्बई से लखनऊ आये मरीज में पाया गया है। इस मरीज का अब तक मुम्बई में स्वाइन फ्लू का इलाज चल रहा था। इस मरीज ने केजीएमयू में जांच करायी है।
जानकारी के अनुसार मुम्बई में रहने वाले 35 वर्षीय सचिन ( बदला नाम) विकास नगर क्षेत्र का रहने वाला है। मुम्बई में स्वाइन फ्लू की पुष्टि के बाद उन्होंने टेमी फ्लू की दवा लेनी शुरू कर दी थी। इसके बाद राजधानी अपने घर आ गये। राजधानी पहुंचते ही परिजनों ने सीएमओ कार्यालय में सम्पर्क करके इसकी जानकारी दी। स्वास्थ्य विभाग ने दोबारा स्वाइन फ्लू की जांच कराने की सलाह देते हुए केजीएमयू रेफर कर दिया। सोमवार को आयी जांच रिपोर्ट में एच -3 एन-2 इफ्लुएंजा वायरस की पुष्टि हुई है। हालांकि अभी स्वाइन फ्लू की दवा चलाते हुए आइशोलेट करते हुए आराम करने की सलाह दी है।
सीएमओ कंट्रोल रूम के विशेषज्ञों का कहना है कि इस इंफ्लुएंजा का म्यूटेशन है। बुखार व सर्दी जुकाम ही लक्षण है। इसमें सर्तकता बरतने की सलाह दी जाती है यह संक्रमण की तरह फैल जाता है। केजीएमयू के मेडिसिन विभाग के वरिष्ठ फीजिशियन व क्रिटकल केयर विशेषज्ञ डा. अविनाश अग्रवाल का कहना है कि यह वायरस का म्यूटेशन है लेकिन यह वायरल की तरह फैलता है। घबराने व परेशान होने की आवश्यकता नहीं होती है। विशेषज्ञ डाक्टर से परामर्श के बाद ही दवा लेनी चाहिए, अपने मन से दवा नहीं लेनी चाहिए। इस वायरस के केस अक्सर आते रहते है।