लखनऊ। राजधानी में गली चौराहों पर अरण्ड की डाल गाड़कर होलिका स्थापित की गयी। इसके साथ ही होलिकोत्सव प्रारम्भ हो गया। कैसरबाग, अमीनाबाद, चौक आदि कई क्षेत्रों में होलिका स्थापित करने के लिए लोगों ने बैड बाजे आैर ढोल ताजे भी बजवाए। लोगों का कहना है कि अब होलिका दहन तक रोज फाग गायन होगा।
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‘होरी खेलन श्याम वृन्दावन आये…, आैर ‘होली खेले रवुवीरा अवध मा…” जैसे गीत गाए जाएंगे। राजधानी में 12 मार्च को होलिका दहन के बाद रंग-गुलाल खेला जाएगा लेकिन मथुरा में भगवान बांके बिहारी की आरती के बाद होली उत्सव शुरू हो गया।