लखनऊ। दिल्ली के गैंग प्रदेश के मेडिकल कालेजों में केन्द्र की अधिकृत एमबीबीएस सीटों पर प्रवेश के नाम पर ठगी कर रहे है। इस ठगी की खुलासा किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में केन्द्र से संस्तुति की गयी एमबीबीएस की सीटों पर प्रवेश कराने के नाम पर लोगों से हुआ। इन लोगों का प्रवेश तो नहीं हो पाया, उल्टे कार्रवाई की चेतावनी मिली तो अभ्यर्थी कैरियर की दुहाई देते हुए भाग लिए। हालांकि केजीएमयू प्रशासन इस पर चुप्पी साधे हुए है। बताया जाता है कि इस प्रकरण की चिकित्सा शिक्षा विभाग को जानकारी देकर जांच कराने की सिफारिश की है।
केन्द्र से प्रदेश के अलग मेडिकल कालेज में एमबीबीएस की सीटे अधिकृत रहती है। इनकी संख्या दो तीन ही लगभग रहती है। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में तीन एमबीबीएस की सीटे है। इस पर उनके द्वारा भेजे गये अभ्यर्थी को ही प्रवेश दिया जाता है। इस बार अक्टूबर से एमबीबीएस की प्रवेश प्रक्रिया तक चलने पर इसका फायदा ठगी करने वाले गिरोह ने उठाया। जानकार सूत्रों के अनुसार केजीएमयू ठगी गैंग के सक्रिय सदस्य ने केन्द्र की सीट पर एडमीशन दिलाने का वादा करके कुछ अभ्यर्थियों को भेज दिया। अभ्यर्थियों को विश्वास दिलाया गया कि केद्र की सीट अभी खाली है आैर वहां पर प्रवेश मिल सकता है।
एमबीबीएस सीटों पर प्रवेश दिलाने के नाम पर यह गिरोह लोगों से ठगी करता है –
अभ्यर्थी ने केजीएमयू पहुंच कर सीट पर प्रवेश के लिए दावा किया तो केजीएमयू प्रशासन आश्चर्यचकित रह गये। इसी प्रकार एक अभ्यर्थी तो सीधे दावा करते हुए आ गया कि उसे एडमीशन के लिए भेजा गया है। जब उसे समझाया गया कि प्रवेश नहीं हो सकता है तो उसने फोन पर भी बात कराने की कोशिश की तो कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गयी। इसके बाद अभ्यर्थी व परिजन अपने कैरियर की दुहाई देते हुए भाग निकले। सूत्र बताते है कि केन्द्र द्वारा अधिकृत एमबीबीएस सीटों पर प्रवेश दिलाने के नाम पर यह गिरोह लोगों से ठगी करता है आैर उनसे कुछ धनराशि लेकर एडमीशन के लिए कालेजों में भेज देता है।
अभ्यर्थी जब कालेज जाता है तो वह ठगा रह जाता है। शिकायत के बाद किसी पचड़े से बचने के लिए अागे की कार्रवाई भी नहीं हो पाती है। इस बारे में किसी भी अधिकारी ने जानकारी होने से इनकार किया, लेकिन प्रशासनिक कार्यालय में प्रवेश के नाम पर ठगी के शिकार लोगों की चर्चा जोरों पर है।