मेडिकल कॉलेजों का हब बनेगा उत्तर प्रदेश

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*बिजनौर राजकीय मेडिकल कॉलेज का सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने किया शिलान्यास*

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लखनऊ। प्रदेश के मुखिया योगी आदित्‍यनाथ ने महज साढ़े 4 सालों में हेल्‍थ इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाओं में तेजी से इजाफा किया है। आने वाले समय में उत्तर प्रदेश मेडिकल कॉलजों का हब बनेगा। इस कड़ी में मंगलवार को बिजनौर वासियों को राज्य सरकार ने राजकीय मेडिकल कॉलेज की बड़ी सौगात दी है। जिसका
शिलान्यास सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने बिजनौर में किया। इस जिले में राजकीय मेडिकल कॉलेज नहीं होने से मरीजों को दूसरे जनपदों के चक्‍कर काटने पड़ते थे। वहीं, युवाओं को मेडिकल की पढ़ाई के लिए दूसरे जनपदों का रुख करना पड़ता था। पर, अब नए राजकीय मेडिकल कॉलेज के शिलान्यास होने के बाद से स्थानीय लोगों को ढेर सारी स्वास्थ्य सहूलियत उनके अपने शहर में मिलेंगी।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि मैं जब भी बिजनौर आना चाहता था तो एक बड़ी सौगात के साथ आना चाहता था। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और सभी के परिश्रम का परिणाम है कि बिजनौर को मेडिकल कॉलेज की बड़ी सौगात मिली है। सीएम ने कहा कि अब यहां के युवाओं को चिकित्सीय शिक्षा के लिए मेरठ, दिल्ली, लखनऊ या अन्य किसी दूसरे जिले नहीं जाना पड़ेगा वो इस मेडिकल कॉलेज में उच्च शिक्षा लेकर डॉक्टर बनेंगे और यहां के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे।

बता दें कि बिजनौर के बाद प्रदेश के 13 अन्य जनपदों में मेडिकल कॉलेजों का शिलान्यास किया जाना है। उत्‍तर प्रदेश सरकार ने पिछले साढ़े 4 सालों में मेडिकल कॉलेज की स्‍थापना के साथ ही गरीबों को मुफ्त इलाज, बेड की पर्याप्‍त व्‍यवस्था, ऑक्‍सीजन प्‍लांट समेत अन्‍य चिकित्‍सीय सुविधाओं में भी बढ़ोत्‍तरी की है। जिससे प्रत्‍येक जनपद के प्रत्‍येक वर्ग को इन सुविधाओं का लाभ मिल रहा है।

प्रदेश में वर्तमान समय में 58 मेडिकल कॉलेज क्रियाशील हैं। जिसमें राज्य सरकार द्वारा 24 मेडिकल कॉलेज, केंद्र सरकार के 04 चिकित्सा संस्थान और निजी क्षेत्र द्वारा 30 मेडिकल कॉलेज संचालित हैं। प्रदेश में 09 जिलों में नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना का काम पूरा हो गया है। जल्‍द ही इनका लोकार्पण किया जाएगा। वहीं, प्रदेश में 16 ऐसे जनपद हैं, जहां सरकारी या निजी क्षेत्र के एक भी मेडिकल कॉलेज स्‍थापित नहीं हैं। इन जिलों के लिए पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जाने हैं। जिसके लिए शासकीय नीति कैबिनेट से एप्रूव्ड की जा चुकी है। इस तरह से साल 2023 तक प्रदेश में 97 मेडिकल कॉलेजों होंगे।

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