लखनऊ। दवा व्यापारियों की देशव्यापी हड़ताल में आज लखनऊ के दवा व्यापारियों ने शामिल होते हुए दवा की दुकानें बंद कर दी। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, बलरामपुर अस्पताल, सिविल अस्पताल, लोहिया अस्पताल सहित अन्य अस्पतालों के आसपास दवा की दुकान बंद होने से काफी मरीज बेहाल हो गए। खासकर केजीएमयू के आसपास दवा की दुकान बंद होने से मरीज बहुत परेशान रहे। उधर दवा व्यापारियों ने जिमखाना क्लब से जुलूस बनाकर कलेक्ट्रेट तक गए और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन दिया।
लखनऊ केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष गिरिराज रस्तोगी मैं जुलूस निकलने से पहले संबोधित करते हुए कहा कि आने वाले दिनों में अगर बनाई जा रही नीतियां लागू हो जाती है तो दवा व्यापारी और उनके कर्मचारी भुखमरी के कगार पर होंगे।
उन्होंने कहा दवा दुकानों का लाइसेंस नवीनीकरण, ऑनलाइन पोर्टल सहित कई ऐसी नीतियां बनाई जा रही है जिससे दुकानदारों का उत्पीड़न ही होगा। स्वास्थ्य मंत्रालय को दवा व्यापारियों ने भी कुछ सुझाव दिए हैं लेकिन वह उन सुझावों पर ध्यान ही नहीं देना चाहते हैं। इसलिए मजबूर होकर पूरे देश के दवा व्यापारियों ने आज दवा की दुकान बंद करने पर मजबूर हैं। एसोसिएशन के वरिष्ठ पदाधिकारी विकास रस्तोगी ने बताया लखनऊ में 32 सौ फुटकर और 1800 थोक विक्रेता है इन सभी की दुकानें पूरी तरह बंद है।
मेडिसिन मार्केट सहित सभी तरह का दवा व्यापार आज बंद है लेकिन कुछ इमरजेंसी सेवाओं को नहीं रोका गया है। आज की दवा बंदी से करोड़ो रुपए का नुकसान होगा। वही दवा व्यापारियों पर शासन के निर्देश का कोई असर नहीं पड़ा। दवा व्यापारियों को निर्देश दिया गया था कोई दवा की दुकान ना बंद की जाए।