चौथा राष्ट्रीय फार्माकोविजिलेंस सप्ताह कल 17 से 23 सितंबर तक
लखनऊ। यदि कोई भी दवा गलत प्रतिक्रिया देती है ,तो टोल फ्री नंबर 1800-180-3024 या पीवीपीआई ऐप पर रिपोर्ट करिये। कोई भी स्वास्थ्य प्रदाता या मरीज स्वयं यह रिपोर्ट कर सकता है । इसमें मरीज की गोपनीयता का पूरा ध्यान रखा जाता है। यह मरीजों की सुरक्षा के लिए बेहतर रहेगा। आम जनता एवं फार्मासिस्टों के नाम एक अपील करते हुए स्टेट फार्मेसी काउंसिल उत्तर प्रदेश के पूर्व चेयरमैन एवं फार्मेसिस्ट फेडरेशन के अध्यक्ष सुनील यादव ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि रोगी सुरक्षा के लिए एडीआर रिपोर्टिंग संस्कृति का निर्माण” विषय के साथ भारत में एक सप्ताह तक औषधि और औषधीय सामग्री द्वारा उत्पन्न प्रतिकूल दवा प्रतिक्रिया (एडवर्स ड्रग रिएक्शन) को रिपोर्ट करने के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से फार्माकोविजिलेंस सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। फार्मेसिस्ट फेडरेशन पूरे सप्ताह जागरूकता कार्यक्रम संचालित करेगा ।
सुनील का कहना है कि फार्माकोविजिलेंस प्रोग्राम ऑफ इण्डिया, भारतीय फार्माकोपिया आयोग 17 से 23 सितंबर 2024 द्वारा चौथा राष्ट्रीय फार्माकोविजिलेंस सप्ताह की घोषणा की गई है । इस सप्ताह सभी स्वास्थ्य प्रदाताओं एवं सभी फार्मेसी शिक्षण संस्थानों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करते हुए जागरूकता पैदा की जाएगी। उन्होंने बताया कि फार्माकोविजिलेंस दवाओं के उपयोग से जुड़े प्रतिकूल प्रभावों और जोखिमों की निगरानी, मूल्यांकन, पहचान, और रोकथाम की प्रक्रिया है। इसका मुख्य उद्देश्य दवाओं के अवांछित प्रतिक्रियाओं का पता लगाना और सुनिश्चित करना है कि दवाएं प्रभावी रहें और मरीज सुरक्षित रहे ।
फार्माकोविजिलेंस कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य एजेंसियां और दवा निर्माता, फार्मेसिस्ट, स्वास्थ्य प्रदाता आदि दवाओं पर निगरानी रखते हैं। परंतु कभी-कभी साइड इफेक्ट के अलावा भी अनेक अन्य प्रतिकूल प्रतिक्रियाएं एडवर्स ड्रग रिएक्शन (ए डी आर) के रूप में आती है या देखी जाती है, जिस पर नियमित रूप से नजर रखनी आवश्यक है ।
इसे भारत में दवा सुरक्षा निगरानी कार्यक्रम कहा जाता है, जिसे 2010 में शुरू किया गया था।