*इंडियन फार्माकोपिया कमीशन द्वारा जारी अलर्ट के बाद फार्मेसिस्ट फेडरेशन ने सभी फार्मेसिस्टो के लिए एडवाइजरी जारी की – सुनील यादव
लखनऊ। मेफेनिमिक एसिड के दुष्परिणाम सामने आए हैं इसलिए इसके प्रयोग करते समय विशेष सावधानी एवं निगरानी रखने की आवश्यकता है इसके प्रयोग से इस्नोफीलिया, DRESS ड्रग रिएक्शन विथ इस्नोफीलिया एंड सिस्टेमिक सिस्टम सिंड्रोम की संभावना है । इसमे चेहरे, लिंफ गांठ का बढ़ना, बुखार, अंतरिक अंगों में परेशानी, ब्लड में अनियमितता, चमड़े पर लाल धब्बे, चकत्ते, खुजली आदि शामिल हो सकते हैं ।
फार्मेसिस्ट फेडरेशन ने इस संबंध में फार्मा प्रोफेशनल /फार्मासिस्टों हेतु एक एडवाइजरी जारी की है ।
फेडरेशन के अध्यक्ष सुनील यादव ने बताया कि फार्माकोविजिलेंस प्रोग्राम ऑफ़ इंडिया (PvPI) डेटा के अनुसार भारतीय भेषजसंहिता आयोग ने स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों, मरीजों और उपभोक्ताओं को इस संदिग्ध दवा के उपयोग से जुड़े दुष्परिणामों की संभावना की बारीकी से निगरानी करने की सलाह दी है। अलर्ट जारी करते हुए यह जानकारी दी गई है कि मेफेनेमिक एसिड के दुष्परिणामों के प्रति सचेत रहें ।
यदि ऐसी प्रतिक्रिया सामने आती है, तो एंड्रॉइड मोबाइल ऐप के माध्यम से उपभोक्ता संदिग्ध प्रतिकूल दवा प्रतिक्रियाओं रिपोर्टिंग फॉर्म/दवाओं के साइड इफेक्ट रिपोर्टिंग फॉर्म (httu://www.luc.gov.in) भरकर एनसीसी-पीवीपीआई, आईपीसी को रिपोर्ट किया जा सकता है । “एडीआर पीवीपीआई” और पीवीपीआई का हेल्पलाइन नंबर 1800-180-3024 भी साझा किया गया है ।
मेफेनेमिक एसिड का प्रयोग संधिशोथ, ऑस्टियोआर्थराइटिस,माहवारी में दर्द, हल्के से मध्यम दर्द, सूजन, बुखार, दांत दर्द (rheumatoid arthritis, osteoarthritis, dysmenorrhoea, mild to moderate pain, inflammation, fever, dental pain) आदि में किया जाता है ।