गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज में आक्सीजन के आभाव में जहां 30 बच्चे के मौत हो गई वही राजनैतिक हल्के में नेताओं ने तूफ़ान मचा आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू कर दिया , इसी बीच मेडिकल कालेज गोरखपुर को ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कम्पनी पुष्पा सेल्स प्राइवेट लिमिटेड की प्रबंधक मीनू वालिया शनिवार पूर्वाह्न मीडिया के समक्ष पेश होकर कम्पनी की तरफ से सफाई पेश करते हुए कहा कि मेडिकल कालेज प्रशासन की तरफ से भुगतान न किए जाने के बावजूद भी हमारी कम्पनी ने ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित नही की जबकि भुगतान संबंधी सैकंडो पत्राचार व टेलीफोनिक वार्ता के प्रमाण कम्पनी के पास मौजूद हैं ।
गोरखपुर में 30 बच्चों की मौत सूचना मिलने के बाद अस्पताल को आक्सीजन की सप्लाई कर रहे पुष्पा सेल्स प्राईवेट लिमिटेड आलमबाग के 551झ/148 , रामनगर आलमबाग की मैनेजर मीनू वालिया ने शनिवार को मीडिया से रूबरू होते हुए बताया कि जिन बच्चो की गोरखपुर मे आक्सीजन न मिलने से मौत हुई है उससे उनकी कम्पनी का कोई सरोकार नही है क्योकि उनकी कम्पनी ने कभी भी ऑक्सीजन की आपुर्ति बाधित नही की । घटना के वक्त भी उनके पास पहले जितना ही ऑक्सीजन मौजूद था और उन्होने कभी भी अस्पताल की सप्लाई नही रोकी थी । प्रबंधक मीनू वालिया का कहना था कि उनकी कम्पनी के लोग कहीँ भी नही भागे है।
कम्पनी के कर्मचारी व प्रबंध निदेशक मनीष भण्डारी इस समय गोरखपुर में ही मौजूद है । मीनू वालिया ने बीआरडी मेडिकल कालेज गोरखपुर प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि कम्पनी ने अनेकों बार भुगतान के सम्बन्ध में उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव मेडिकल , महानिर्देशक चिकित्सा एवं सेवाएं , विभागाध्यक्ष बालरोग बिभाग , एसआईसी बीआरडी मेडिकल कालेज को भुगतान के लिए अनेकों बार प्रत्र लिखा व टेलीफोनिक वार्ता की लेकिन मेडिकल कालेज द्वारा भुगतान नही किया गया।
दिनांक 22.12.2016 के बीआरडी अस्पताल प्रशासन के पत्रांक संख्या 3331/BRD/MC-17 के माध्यम से जबाब मिला की बजट के आभाव में भुगतान नही किया जा रहा है । वही कम्पनी की तरफ से पत्रांक संख्या पीएसपीएल / 2017-18/078 दिनांक 01-08-2017 को रूपये 63,65,702/- के बकाए भुगतान के लिए लिखे पत्र के समय कम्पनी को ऑक्सीजन गैस सप्पलाई करने वाली कम्पनी INOX ने भी भुगतान न होने की दशा में आपूर्ती बाधित करने की बात कही तो मेडिकल कालेज प्रशासन को अवगत करा दिया गया था।
वही दिनांक 08-08-2017 को भुगतान के लिए लिखे गए आख़िरी पत्र में बीआरडी मेडिकल कालेज गोरखपुर पर कंपनी का 68,65,702 रुपये का भुगतान बकाया हो चुका था फिर भी कम्पनी ने ऑक्सीजन की आपुर्ति बाधित नही किया ।