लखनऊ। चिकित्सा स्वास्थ्य महासंघ उत्तर प्रदेश द्वारा वर्ष 23-24 की त्रुटिपूर्ण स्थानांतरण नीति तथा महासंघ के सभी घटक संवर्गों के दीर्घकाल से लंबित अधिकारों, मांगों के लिए , दिनांक 20 जून से काला फीता आन्दोलन एवं 24 जून से 2 घंटे का कार्य वहिष्कार का प्रभावकारी एवं व्यापक आन्दोलन लखनऊ सहित पूरे प्रदेश के सभी जनपदों में शांतिपूर्ण ढंग से मरीजों के हितों एवं जनहित को पूरा ध्यान रखते हुए किया गया।
व्यापक एवं प्रभावी आंदोलन के फलस्वरूप उच्च स्तरों से प्राप्त दिशा निर्देशों के क्रम में महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य महोदया ने तत्काल महासंघ के प्रतिनिधियों को बुलाकर अवगत कराया कि महासंघ द्वारा अपेक्षित मांगों के क्रम में शासन द्वारा आयोजित बैठक, जिसमें उपमुख्यमंत्री ,प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य तथा अन्य उच्चाधिकारी भी मौजूद थे, ये निर्णय लिया गया है की नीतिगत स्थानांतरण नहीं किये जायेंगे। स्वयं के अनुरोध, प्रशासनिक आधार, पदोन्नति समायोजन, विगत वर्ष में गलत हुए स्थानांतरण को भी यथासंभव संशोधन किया जाएगा।
चिकित्सा स्वास्थ्य महासंघ प्रदेश एवं महानिदेशक के बीच वार्ता लगभग 1 घंटे तक चली महानिदेशक ने यह भी कहा कि जुलाई माह में बैठक कर महासंघ की अन्य मांगों एवं लंबित प्रकरणों पर भी निर्णय लेकर आख्या कार्यवाही हेतु शासन स्तर पर प्रेषित किया जाएगा।
अतः उक्त बैठक और आख्या शासन स्तर पर प्रेषित किये जाने तक वर्तमान में चल रहा आन्दोलन स्थगित किया जाता है, इसके साथ ही उप मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव, एवं महानिदेशक को धन्यवाद ज्ञापित कर आज की बैठक समाप्त हुई।
चिकित्सा स्वास्थ्य महासंघ उत्तर प्रदेश द्वारा जिसके उपरांत 25 जून को महासंघ की बैठक कर यह निर्णय लिया गया कि जो 2 घंटे का कार्य बहिष्कार का आंदोलन चिकित्सा स्वास्थ्य महासंघ द्वारा चलाया जा रहा है। उसे स्थगित किया जाता है, एवं उप मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव, एवं महानिदेशक को धन्यवाद ज्ञापित कर आज की बैठक समाप्त हुई।
बैठक डा अमित सिंह अध्यक्ष महासंघ की अध्यक्षता में हुई जिसमें अशोक कुमार,श्रर्वण सचान, सर्वेश पाटिल, अरविंद वर्मा, के के सचान, अमिता रौस, गितांशु वर्मा, रेनू पटेल, सुनील कुमार, जिला अध्यक्ष कपिल वर्मा, कमल श्रीवास्तव, इत्यादि लोग उपस्थित रहे।