लखनऊ। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ट्रेन में तेजाब पिलाने की घटना की जानकारी होने पर शुक्रवार को अचानक किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के गांधी वार्ड में पीड़ित महिला को देखने पहुंचे। यहां पर उन्होंने पीड़ित महिला के इलाज की जानकारी ली आैर नि:शुल्क इलाज करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही पीड़ित महिला के परिजनों को एक लाख रुपये का चेक देकर आर्थिक सहायता प्रदान की। करीब दस मिनट तक रूकने के बाद मुख्यमंत्री वापस चले गये। मुख्यमंत्री के जाने के बाद ही केजीएमयू प्रशासन हरकत में आया आैर पीडि़त को ट्रामा सेंटर वन में वापस आईसीयू में शिफ्ट कर दिया। इससे पहले परिवार कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी व मातृत्व एवं शिशु कल्याण विभाग मंत्री स्वाति सिंह भी पीडित का हाल चाल लेने के केजीएमयू गयी थी।
मुख्यमंत्री अचानक लगभग बारह बजे केजीएमयू के गांधी वार्ड पहुंचे –
बताते चले कि बृहस्पतिवार को इलाहाबाद से लखनऊ आने वाली गंगा गोमती एक्सप्रेस में एक रेप पीडि़ता को दो लोगों ने जबरन तेजाब पिला दिया था। चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंचने पर जीआरपी ने पीड़ित मंिंहला को केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती करा दिया था। शुक्रवार की सुबह डाक्टरों ने पीड़िता महिला को मेडिसिन विभाग के गांधी वार्ड शिफ्ट करा दिया था। शुक्रवार को मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी नाथ अचानक लगभग बारह बजे केजीएमयू के गांधी वार्ड पहुंचे। यहां पर पीड़िता महिला के परिजनों से हालचाल लिया आैर उसको आर्थिक मदद करते हुुए परिजनों को जल्द ही दोषी व्यक्तियों पकड़ने का आश्वासन दिया आैर मौके पर मौजूद एसएसपी मंजिल सैनी को त्वरित कार्रवाई का निर्देश दिया।
इससे पहले सुबह करीब साढ़े दस बजे परिवार कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी केजीएमयू पहुंच गयी थी। यहां पर उन्होंने परिजनों से पीडिता का हालचाल लेते हुए डाक्टरों से बातचीत की थी। मुख्यमंत्री के जाने के बाद केजीएमयू प्रशासन हरकत में आया आैर पीड़िता को ट्रामा सेंटर वन में पंाचवे तल पर आईसीयू (इंटेसिव केयर यूनिट )में शिफ्ट कर दिया था। उधर देर शाम को केजीएमयू के ट्रामा सेंटर मातृत्व एवं शिशु कल्याण विभाग मंत्री स्वाति सिंह पीड़ित महिला को देखने पहुंची। उन्होंने डाक्टरों से वार्ता करके आवश्यक दिशा निर्देश दिये।