मुस्कान नहीं होगी कम इस डेंटल तकनीक से

0
880

लखनऊ। आप दांत टूटने व खराब होने पर दुबारा दांत लगवाते है, तो कई बार फिटिंग ठीक नहीं लगती या फिर अटपटा सा लगता रहता है। चेहरा के लुक नहीं लगने पर दोबारा डाक्टर के पास जाना पड़ता है। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के दंत संकाय में डेंटल इम्लांट के बाद अब दोबारा कोई दिक्कत नहीं होगी, यहां इंम्प्लांट से पहले ही थ्रीडी स्माइल डिजाइन के जरिए पता चलेगा कि चेहरे कैसा दिखेगा।

Advertisement

यह बात डा. अनिल चंद्रा ने दंत संकाय के प्रेक्षागृह में थ्री डी स्माइल डिजाइन विषय पर कार्यशाला में कही। उन्होंने कहा कि दांतों की विभिन्न बीमारी लोगों में ज्यादा बढ़ रही है। दांतों में सड़न व एक्सीडेंट में चोट लगने से तथा अन्य कारणों से दांतों को नुकसान हो रहा है। डा. चंद्रा ने बताया कि अभी तक दांत व इम्प्लांट प्रत्यारोपित करने से पहले चित्र लिया जाता है। फिर उसे मरीज को दिखाते हैं। अब नयी तकनीक थ्रीडी स्माइन डिजाइन में मरीज के मुंह का पूरा चित्र लिया जाता है। मरीज को दांत लगने की पूरी प्रक्रिया दिखाई जाती है। दांत को इम्प्लांट करने में कैसे सर्जरी होगी। दांत व इम्प्लांट कैसे प्रत्यारोपित किया जाएगा। दांत लगने के बाद चेहरा कैसा दिखाई देगा।

यही नहीं स्माइल के बाद चेहरा कैसा दिखेगा। मरीज की आत्मिक संस्तुष्टि के बाद सर्जरी करने का निर्णय लिया जाता है। खास बात यह होती है कि कम्प्यूटर गाइडेड मशीन सर्जरी की दिशा भी तय करेगी। इससे सर्जरी की सफलतादर बढ़ने लगती है। कार्यशाला में डा रमेश भारती ने बताया कि नकली दांत प्रत्यारोपित करने से पहले ड्रिल मशीन से मसूढ़े में सुराख किया जाता है। इसमें जरा सी चूक हुई तो मसूढ़ों को नुकसान हो सकता है। नयी तकनीक से इस नुकसान की संभावना 80 से 90 प्रतिशत तक कम हो जाती है।

अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.

Previous articleइटली में कोरोना वायरस से दूसरी मौत, कुछ शहरों में पसरा सन्नाटा
Next articleऐप पर मिलेगी बच्चों की स्वास्थ्य की जानकारी

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here