लखनऊ। ठाकुरगंज इलाके में नगर-निगम में नौकरी दिलाने के नाम एक ठेकेदार ने करीब आधा दर्जन से अधिक लोगों को लाखों रुपये का चूना लगा दिया। पीडि़तों ने करीब 2 वर्ष पूर्व आरोपी ठेकदार को घूस के तौर पर रकम दी थी। नौकरी न मिलने पर पीडि़त आरोपी के घर आये-दिन तगादा करने पहुंचने लगे। बुधवार को आरोपी ठेकेदार अपने घर पर मिल गया। इस पर पीडि़त उससे पैसे वापसी की मांग करने लगे। पीडि़तों का आरोप है कि ठेकेदार ने जानमाल की धमकी देकर उन्हें भगा दिया। थाना प्रभारी ठाकुरगंज ने बताया कि पैसों के लेन-देन का पुराना मामला है। मामले में कार्रवाई की जा रही है।
बालागंज मरिमाता मंदिर निवासी रितिक वर्मा की इलाके में ज्वैलर्स की दुकान हैं। उन्होंने बताया कि करीब 2 वर्ष पूर्व उनकी मुलाकात ठाकुरगंज चोरी घाटी निवासी बांके बिहारी सिंह से हुई थी। बांके बिहारी ने खुद को ठेकेदार बताते हुए नगर-निगम में क्लर्क के पद पर नौकरी लगवाने का दावा किया था और बतौर घूस 2 लाख रुपये मांगे थे। पीडि़त भी आरोपी ठेकेदार की बातों में आ गया। पीडि़त के अनुसार उसने ठेकेदार को 50 हजार रुपये नगद और पचास हजार रुपये का चेक दिया था। कई माह बीत जाने के बावजूद पीडि़त को नौकरी नहीं मिली। इस पर वह ठेकेदार से जानकारी करने पहुंचा था। ठेकेदार ने गोलमोल जवाब देकर उसे वापस लौटा दिया।
पीडि़त के अनुसार एक वर्ष बीत जाने के बाद वह अपने पैसे वापसी के लिए उसके घर पहुंच गया। यहां कई अन्य लोगों से भी उसकी मुलाकात हो गई। उन्होंने भी बताया कि नौकरी के नाम पर आरोपी ठेकेदार ने उनसे पैसे लिए हैं। पीडि़त को तब ठगी का अहसास हुआ। पीडि़त ने बताया कि बुधवार को भी वह ठेकेदार के घर पहुंचा था। आरोपी ठेकेदार घर में मौजूद था, लेकिन वह मकान से बाहर नहीं निकला और अपनी बेटी को बाहर भेज दिया। वहां पर कुछ पीडि़त महिलायें भी मौजूद थीं। माहिलाओं और आरोपी ठेकेदार की पुत्री में कहासुनी होने लगी। इस पर सभी पीडि़त आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने की बात कहने लगे। पीडि़त का आरोप है कि ठेकेदार ने उन्हें जानमाल की धमकी देकर भगा दिया
पीड़ित के पिता को बेरहमी से पीटा, लूट का आरोप –
पीड़ित रतिक ने बताया कि बुधवार शाम वह आरोपी ठेकेदार के घर से ठाकुरगंज थाने पहुंच गया था। इसी बीच आरोपी ठेकेदार अपने दर्जन भर से अधिक साथियों के साथ उसकी ज्वैलर्स की दुकान पर पहुंच गया था। दुकान पर उसके पिता प्यारे लाल वर्मा की बेरहमी से पिटाई कर दी और दुकान का फर्नीचर तोड़ डाला। पीडि़त की पत्नी नेहा ने कॉल कर उन्हें जानकारी दी थी। थाने में मौजूद रितिक ने मारपीट की बात पुलिस कर्मियों को बता दी थी। मौके पर स्थानीय पुलिस पहुंच गई, लेकिन तब तक आरोपी मारपीट कर भाग निकले थे। एक आरोपी को स्थानीय दुकानदारों ने दबोचकर पुलिस के हवाले कर दिया था।
आधा दर्जन से अधिक लोगों को लगाई चपत
पीडि़त ने बताया कि थाने में उसके साथ अजय, राहुल, प्रकाश, मेवालाल और उमा समेत तमाम लोग मौजूद थे। आरोपी ने अजय, राहुल और प्रकाश से 1-1 लाख रुपये लिए थे। मेवालाल से 50 हजार और उमा को भी लाखों रुपये की चपत लगाई है।