लखनऊ । किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में एक एजेंसी के सफाई कर्मियों के हड़ताल कर दी। सफाई कर्मी वेतन बढ़ोत्तरी न होने पर आक्रोशित है। लगभग दो सौ से ज्यादा सफाईकर्मी के हड़ताल पर जाने से डेंटल विभाग, ओपीडी, सीवीटीएस विभाग के साथ ट्रामा सेंटर में काम काज प्रभावित हो गया। सभी ने ट्रामा सेंटर के बाहर प्रदर्शन किया, लेकिन दो घंटे बीत जाने के बाद भी कोई जिम्मेदार अधिकारी वार्ता के लिए नहीं आया। इससे सफाई कर्मियों में आक्रोश व्याप्त है।
केजीएमयू में मिश्रा सिक्योरेटी एजेंसी के सफाई कर्मियों का आरोप है कि वहां पर तैनात सफाई कर्मियों को सात हजार आठ सौ रुपये वेतन दिया जाता है, जबकि उन्हें मात्र छह हजार रुपये वेतन दिया जा रहा है। वेतन बढ़ाने के लिए कहा जाता है तो आश्वासन दिया जाता है आैर बाद में टाल दिया जाता है। ऐसे में कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है। उनका कहना है कि कुछ अर्सा पहले दीपावली से पहले बढ़ा वेतन दिये जाने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन बढ़ा वेतन नहीं मिला आैर अक्सर समय पर वेतन ही नहीं मिलता है।
कर्मियों के हड़ताल पर रहने के कारण डेंटल यूनिट, सीवीटीएस, ओपीडी के अलावा ट्रामा सेंटर में काम काज प्रभावित हो गया। वार्डो में गंदगी का अम्बार लगा रहा, हड़ताल में अन्य कोई वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं की गयी। सभी ट्रामा सेंटर के बाहर एकत्र होकर नारेबाजी करते रहे। केजीएमयू प्रशासन का तर्क था कि हड़ताल में अगर कोई दिक्कत होती है तो एजेंसी जिम्मेदार होगी। उसपर ही कार्रवाई की जाएगी।