लखनऊ। सरोजनीनगर में एक जालसाज युवक ने लखनऊ मैट्रो में नौकरी दिलाने के नाम पर करीब दर्जन भर से अधिक लोगों से लाखों रुपये ठग लिए और फरार हो गया। जानकारी होने के बाद मामले की रिपोर्ट लिखाने गुरुवार को कई पीड़ित सरोजनीनगर थाने पहुंचे लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट लिखना तो दूर उनसे तहरीर तक नहीं ली। साथ ही जालसाज युवक को खुद तलाशने की सलाह देकर वापस कर दिया। पीड़ितांे का कहना है कि अब वह इस मामले की शिकायत एसएसपी से करेंगे। उधर सरोजनीनगर इस्पेक्टर सुधाकर पांडेय का कहना है कि पीड़ितांे ने रकम देने से सम्बन्धित अभी कोई दस्तावेज नहीं दिये है।
उनके दस्तावेज मिलते ही आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सरोजनीनगर के गौरी विहार निवासी अंजन कुमार व शिखा सहित करीब आधा दर्जन से अधिक लोगों के मुताबिक पड़ोस में ही जोगेन्द्र सिंह के मकान में किराये पर रहने वाले एक युवक से करीब एक माह पहले उनकी मुलाकात हुई। जहां युवक ने अपने को लखनऊ मैट्रो में मैकेनिकल इंजीनियर बताते हुए कहा कि मैट्रो के एमडी उसके रिश्तेदार है और वह मैट्रो में किसी की भी नौकरी लगवा सकता है।
आरोप है कि उसकी इस बात से सभी लोग उसके झासे में आ गए और युवक ने मैट्रो में नौकरी दिलाने का वादा करते हुए एक माह के अन्दर कई किस्तो में
- अंजन कुमार से 3 लाख रूपये,
- ष्याम देवी से 2 लाख रूपये,
- सोनम कश्यप से 1 लाख रूपये,
- अनुपम कश्यप से 1 लाख 30 हजार रूपये,
- राजाराम सोनकर से 20 हजार रूपये का चेक व 1 लाख 2 हजार रूपये,
- अजीत कश्यप से 2 लाख रूपये,
- अशीश से 1 लाख की चेक व एक लाख रूपये,
- मटरू से 50 हजार रूपये,
- सुरेश भारती से 1 लाख रूपये,
- राजेष कुमार से 1 लाख 10 हजार रूपये,
- मास्टर से 1 लाख 30 हजार रूपये,
- मोहन लाल से 1 लाख 5 हजार रूपये का चेक व एक लाख 45 हजार रूपये तथा
- सुरेष चैधरी से 3 लाख रूपये नगद ले लिए।
- आरोप है कि इसके अलावा आरोपी ने कई अन्य लोगो से भी नौकरी दिलाने के नाम पर लाखो रूपये नगद व कीमती सामान ले लिया और दो दिन पहले अपने कमरे में ताला डालकर फरार हो गया।
जब इसकी जानकारी पीड़ितों को हुई तो वह उसके मकान मालिक जोगेन्द्र के पास पहुंचे, जहां जोगेन्द्र ने उसके बारे में कोई जानकारी से इनकार करते हुए उससे मिली एक आईडी दिखाई, जो कौशाम्बी जिले के फतेहपुर-सहावपुर कसेन्दा निवासी अनुज कुमार सिंह के नाम बनी हुई है। पीड़ितांे ने बताया कि इसके बाद आरोपी युवक से सम्पर्क करने के लिए उसके मोबाइल पर कई बार फोन किया गया, लेकिन वह बन्द मिला। जिसके बाद उन्हे अपने साथ ठगी होने की आशंका हुई और उन्होने गुरूवार को थाने पहुंचकर इसकी जानकारी पुलिस को दी।