लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के क्वीन मेरी अस्पताल में वार्मर में झुलसी नवजात जिंदगी के लिए संघर्ष कर रही है। उसके पिता ने जिलाधिकारी, एसएसपी व स्वास्थ्य महानिदेशक को शिकायत भेजकर न्याय की फरियाद कर रहे है, जबकि मां कविता अपनी नवजात की जिंदगी के लिए दुआ कर रही है। पहले घटना से पल्ला झाड़ रहे केजीएमयू प्रशासन बुधवार की शाम को जल्दीबाजी में एक नर्स को निलम्बित कर दिया है। इस घटना पर परिवार कल्याण एवं मातृ शिशु मंत्री रविदास मेहरोत्रा ने जांच कराने के निर्देश दिये है।
एनएनयू के वार्मर में शार्ट सर्किट से तापमान ज्यादा होने के कारण झुलस गया था –
क्वीन मेरी अस्पताल के नियोनेटल केयर यूनिट में डाक्टरों व स्टाफ की लापरवाही वार्मर में नवजात शनिवार को झुलस गयी थी। मामले को दबाने के लिए परिजनों को गलत जानकारी देते हुुए नवजात को ट्रामा सेंटर में इलाज के लिए भेज दिया गया था। बताया जाता है कि एनएनयू के वार्मर में शार्ट सर्किट से तापमान ज्यादा होने के कारण झुलस गया था। घटना से बचने के लिए केजीएमयू प्रशासन ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी की घोषणा कर दी आैर आनन फानन में नियोनेटल केयर यूनिट के उपकरणों को ठीक करा दिया था।
नवजात शिशु की हालत गंभीर देख नवजात के पिता ने न्याय की फरियाद करना शुरू कर दिया है। उसने जिलाधिकारी, एसएसपी तथा स्वास्थ्य महानिदेशक को पत्र लिख कर कार्रवाई करने की मांग की है। उनका आरोप है कि नर्स कपड़े से सिकाई कर रही थी, जिससे आग लग गयी। उधर केजीएमयू के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. एस सी तिवारी इस घटना में किसी को दोषी नहीं मान रहे है उनका कहना है कि यह मानवीय गलती है जो कि किसी से भी हो सकती है।