लोहिया अस्पताल में शनिवार को नवजात की मौैत पर परिजनों ने जमकर हंगामा किया। चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिजन नवजात का शव लेकर धरने पर बैठ गये। परिजनों का साफ कहना था कि नाभि से खून बहता रहा और कोई भी नवजात को देखने नहीं आया। जिससे नवजात की मौत हो गयी। श्रावस्ती निवासी रूचि को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने पांच दिन पहले लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां पर चिकित्सकों ने जांच कर सिजेरियन प्रसव कराने को कहा। प्रसूता के पति नीरज मिश्रा ने बताया कि ५ दिन पहले ऑपरेशन से बच्चे का जन्म हुआ।
उनका बच्चा पूरी तरह स्वस्थ था, बच्चे की मां शनिवार को दूध पिलाने के बाद कहीं गयी थी, थोड़ी देर बाद जब वह लौटी बच्चा रो रहा था। मां ने पास जाकर बच्चे को देखा तो उसके नाभि से खून बह रहा था। यह देख परिजनों ने डॉक्टर व नर्स को बुलाया। स्टाफ नर्स शकुंतला वर्मा से इलाज के लिए कहा मगर सुनवाई न हुई। काफी देर इंतजार बाद खून अधिक बहने से बच्चे की मौत हो गई। इससे नाराज तीमारदार डॉक्टर व नर्स पर लापरवाही का आरोप लगाते हंगामा किया।
अस्पताल प्रशासन ने गार्डो की मदद से परिजनों को बाहर कर दिया। बवाल-हंगामे की सूचना पर आई पुलिस ने तीमारदारों को समझाकर शांत कराया। नीरज का आरोप है कि नर्स व अन्य स्टाफ को पैसा नहीं दिया। इसी के कारण उनके बच्चे का यह हाल हुआ है। यहां पर शुरू से ही पैसों की मांग की जा रही थी,जो लोग पैसा नहीं देते उनको अनदेखा किया जाता है।