लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय प्रशासन अब रैंगिग के मामले में होश में आ गया है। यूजीसी से शिकायत के बाद छह मेडिकोज पर कार्रवाई के बाद सभी छात्रावासों के वार्डेन व एंटी रैंगिग टीम ने गहन जांच पड़ताल शुरू कर दी है। इससे कई सीनियर आैर जांच के दायरे में आ सकते है। केजीएमयू प्रशासन की ढुलमुल रवैये के बाद रैंिगंग से परेशान एमबीबीएस मेडिकोज ने यूजीसी को शिकायत भेजी थी। इसके बाद यूजीसी से आयी शिकायत के बाद केजीएमयू प्रशासन को होश आया आैर आनन-फानन में छह सीनियर मेडिकोज पर कार्रवाई कर दी। इसके बाद केजीएमयू प्रशासन ने आत्ममंथन करते हुए अपनी एंटी रैगिंग सेल व सभी वार्डेन को सख्त हिदायत दी है।
एक बार फिर गहन पड़ताल के बाद बताया जाता है कि कुछ सीनियर मेडिकोज फिर जांच के दायरे में आ गये है। बताया जाता है कि छह सीनियर पर कार्रवाई करने के बाद अब कार्रवाई करने से पहले जांच करने का दावा किया जा रहा है। बताते चले कि केजीएमयू प्रशासन लगातार नये बैच के एमबीबीएस व बीडीएस मेडिकोज की शिकायत को हल्के में लेता था। सीसीटीवी फुटेज को देखने व जांच करने के नाम कर मामले को टाल रहा था। उधर सीनियर लगातार रैगिंग के नये – नये तरीके तलाश करते रहते थे।
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