lifestyle में बदलाव करके कोरोना ही नहीं अन्य संक्रमण से भी बच सकते हैं बुजुर्ग

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न्यूज़ ।कोरोना संक्रमण से बुजुर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) की रिपोर्ट के मुताबिक कोरोनाव के संक्रमण से मरने वाले बुजुर्गों की की संख्या ज्यादा हो रही हैं। विशेषज्ञों की मानें तो आमतौर को बुजुर्गों को कई बीमारियां होती हैं लेकिन अगर वह शुरुआत से ही लाइफ स्टाइल में बदलाव करते रहें और डॉक्टर के सलाह पर स्वास्थ्य का ध्यान रखें तो कोरोना संक्रमण ही नहीं अन्य बीमारियों के संक्रमण से भी बचाव कर सकते हैं।

यूनाइडेट नेशन की मई 2020 में प्रकाशित रिपोर्ट कहती है, कोरोना संक्रमण से हो रही कुल मौतों में बुजुर्गों की मौत 5 गुना ज्यादा हो रही है। शोध के अनुसार जैसे-जैसे व्यक्ति की उम्र बढ़ती जाती है, उसके लिए संक्रमित होने के खतरे बढ़ते जाते हैं। इतना ही नहीं, लाइफस्टाइल डिजीज से भी प्रभावित होने के कारण उनके लिए सेहत से जुड़े खतरे ज्यादा होते हैं।
जिरियाट्रिक विशेषज्ञों की मानें तो बुजुर्ग खानपान में बदलाव करके कैसे बढ़ती उम्र के असर को कम कर सकते हैं।

बुजुर्गों में संक्रमण, हृदय रोग, डायबिटीज, क्रोनिक डिसीज जैसे कि किडनी, फेफड़ों से जुड़ी बीमारियां प्रमुख हैं, जोकि बढ़ती उम्र में ज्यादा परेशान करती है, लेकिन बुजुर्गों को यह समस्याएं अधिक होती है। बुजुर्गों में अक्सर कमजोर याददाश्त या भूलने की बीमारी हो जाती है इसे अल्जाइमर्स कहते हैं। इसके अलावा डेलीरियम नामक बीमारी भ्रम पैदा करती है।
विटामिन डी की कमी से हडि्डयों के कमजोर होने से उनके आसानी से टूटने, पॉश्चर में बदलाव, हडि्डयों के झुकने आदि की समस्याएं होती हैं। इससे जीवन की गुणवत्ता प्रभावित होती है।
बुजुर्गों में आमतौर पर संक्रमण सबसे ज्यादा होता है। उन्हें हृदय, किडनी रोग, गठिया आसानी से हो जाते हैं। इसके बाद अन्य बीमारियों और अक्षमताओं के चलते डिप्रेशन और मानसिक रोग हो जाते हैं।
इन 5 फूड के सेवन में नियंत्रण रखिए तो एजिंग की रफ्तार घटेगी और कई बीमारियों से बचाव भी होगा।
फास्ट फूड यानी कि
अधिक तेज आंच में खाना बनाने से बचें। तेज आंच में तेल कुछ तेल फ्री रेडिकल्स छोड़ते हैं। खाद्य तेलों में आप ऑलिव ऑइल का इस्तेमाल करते हैं तो यह एंटी ऑक्सीडेंट्स, विटामिन ई जैसे तत्वों से भरपूर होता है, जो स्किन को हाइड्रेटेड रखते हैं।

कॉफी में बड़ी मात्रा में कैफीन पाया जाता है, जिनका निरंतर उपयोग करने से नींद प्रभावित होती है। कमजोर नींद का उम्र बढ़ने की प्रक्रिया से सीधा संबंध होता है। इससे झुर्रियां और आंखों के नीचे डार्क सर्किल भी होते हैं। कोशिश करनी चाहिए ज्यादा कॉफी के बजाय गोल्डन मिल्क (हल्दी का दूध) इस्तेमाल कर सकते हैं।

ज्यादा ब्रेड या उससे बने सामान का प्रयोग करने की बजाय ग्रेन ब्रेड्स का उपयोग किया जाना चाहिए, इसके एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा के लिए फायदेमंद हैं। शराब का सेवन नहीं करना चाहिए अगर कर रहे हैं तो इसे छोड़ने की कोशिश करिए। यह शरीर के पोषण और विटामिन-A के लेवल को घटा देती है। शराब से स्किन संबंधी दूसरी समस्याएं भी हो सकती हैं। इसी प्रकार
शक्कर का उपयोग शरीर को कई तरह से नुकसान पहुंचाता है।शक्कर की जगह शहद को विकल्प के तौर पर इस्तेमाल करें।

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