मोटापे से 19 प्रकार के कैंसर होने की संभावना : डॉ. आर ए बडवे
लखनऊ। कैंसर बीमारी होने पर सिर्फ एक मरीज ही नहीं, पूरा परिवार परेशान हो जाता है। कैंसर से बचाव के लिए हमे जीवनशैली में सुधार लाने की जरूरत है। अगर किसी प्रकार के लक्षण नजर आते है तो तत्काल डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं पहले से काफी बेहतर होने के साथ ही उच्चस्तरीय हुई हैं। सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा सुविधाएं बढ़ी है। निजी अस्पताल भी मरीजों को उच्चस्तरीय चिकित्सा दे रहा हैं। यह बातें उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने रविवार को ग्लोब हेल्थकेयर के तहत कैंसर हास्पिटल की क्लीनिकल व्यवस्था का उद्घाटन करते हुए कही। इस अवसर पर चिकित्सा कार्यशाला का भी आयोजिन किया। कार्यशाला में कैंसर विशेषज्ञों ने भाग लिया आैर सभी एक मत से कहा कि कैंसर को अगर समय पर पहचान कर इलाज शुरू किया जाए , किसी हद तक ठीक किया जा सकता है। कैंसर का सबसे बड़ा कारण मोटापा, तम्बाकू व गलत खान पान व्यवस्था है।
गोमतीनगर के एक होटल में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि यह हॉस्पिटल कैंसर मरीजों उच्चस्तरीय चिकित्सा व्यवस्था एक छत के नीचे कैंसर मरीजों को उपलब्ध करायेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कैंसर के इलाज की सुविधा बेहतर होने के साथ उच्चस्तरीय हुई हैं। इससे पहले मरीजों को इलाज के लिए दिल्ली मुम्बई या अन्य जगह जाना पड़ता था। अब प्रदेश के बाहर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
कार्यक्रम में ग्लोब हेल्थ केयर के प्रमुख डा. दीपक अग्रवाल ने कहा कि लिवर कैं सर के मरीज तेजी से बढ़ रहे है। मोटापा, खानपान व्यवस्था में बदलाव न करना,इन सबसे कैंसर का कारण बन जाता है। डॉ. अग्रवाल ने बताया कि आधुनिक क्लीनिक सुविधा व उच्चस्तरीय जांच की सुविधा की कैंसर का इलाज आसान हो गया है। जांच व नयी दवाओं को मरीजों को जल्द ही राहत मिलती है। उन्होंने कहा कि हमारे ग्लोब हेल्थ केयर के तहत कैसर हास्पिटल में एक छत के नीचे जांच की सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। रेडियोथेरेपी, मेडिकल आंकोलॉजी व सर्जिकल आंकोलॉजी के विशेषज्ञ हैं। टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. आर ए बडवे ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र की तुलना में शहरी क्षेत्र में कैंसर बढ़ रहा है। व्यायाम न करना, मोटापा पर निंयंत्रण न रहना, गलत खान-पान व्यवस्था कैंसर का बड़ा कारण है। उन्होंने कहा कि अगर देखा जाए तो मोटापे से 19 प्रकार के कैंसर होने की संभावना होती हैं। इन कैंसर से बचने के लिए दैनिक दिनचर्या में बदलावा करना होगा। प्रतिदिन तीन से पांच किलोमीटर पैदल चलें। समय-समय पर स्वास्थ्य की जांच कराते रहें।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि कैंसर के मरीज लगातार बढ़ रहे है। वर्ष 20-25 तक कैंसर के मरीज बढ़ेगें। कैंसर मरीजों में सबसे ज्यादा तम्बाकू के कारण कैंसर के मरीज होते है। स्वच्छता अभियान के तहत व्यक्तिगत साफ सफाई भी सर्वाइकल कैंसर से महिलाओं को बचाने में सहयोग मिल रहा है। इस बीमारी से बचाव की वैक्सीन भी है।
डा. सुदीप गुप्ता ने कहा कि महिलाओं में स्तन कैंसर तेजी से बढ़ रहा है। लिहाजा स्तन में पड़ने वाली गांठ को नजरअंदाज न करें। डॉक्टर की सलाह पर जांच व इलाज कराएं। उन्होंने कहा कि प्रदूषण व धूम्रपान की वजह से पुरुषों में लंग कैंसर बढ़ रहा है। कार्यक्रम मे शंशाक शेखर, डा. प्रमोद गर्ग, डॉ. अब्बास, डॉ. रेशम श्रीवास्तव, डॉ. अभिषेक सिंह व डॉ. कमलेश वर्मा मौजूद थे।