लखनऊ । कार्डियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ़ इंडिया के वार्षिक सम्मेलन के चौथे दिन एम्स दिल्ली के डा ० राकेश यादव ने बताया कि आधुनिक समय में असक्रिय जीवनशैली के कारण मोटापे की बीमारी बहुत तेजी से फ़ैल रही है ।
आज हर तीसरा व्यक्ति मोटापे से ग्रसित है ।अगर किसी का बॉडी मास इंडेक्स २७ से ज़्यादा है तो उसे सावधान होने की आवश्यकता है ।उन्होंने कहा कि पेट का बाहर निकलना सीधे तौर पर हार्ट अटैक,बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल व डायबिटीज के लिए जिम्मेदार है ।पुरुषों में कमर १०२ सेंटीमीटर वी महिलाओं में ८८ सेंटीमीटर से ज़्यादा नहीं होनी चाहिये
।डा ० मोना भाटिया व डा ० चंद्रशेखर ने हृदय रोगों की जाँच में एमआरआई व सीटी स्कैन की उपयोगिता पर अपना व्याख्यान दिया ।डा ० मोना भाटिया ने बताया कि एमआरआई के माध्यम से हृदय की बहुत सी बीमारियाँ जैसे कि हार्ट फेलियर,स्टोरेज डिजीस आदि को समय से पहले पहचाना जा सकता है और समय रहते उपचार किया जा सकता है ।
लन्दन के डा ० मार्क वेस्टवुड ने कैन्सर के हार्ट पर पड़ने वाले प्रभावों पर चर्चा की ।कोलकत्ता के डा ० देवब्रत मुखर्जी ने एंजियोप्लास्टी की विभिन्न तकनीकों व नवीनतम तरीकों पर चर्चा की ।जी ० बी ० पंत अस्पताल दिल्ली के डा ० मोहित गुप्ता ने संयमित जीवन जीने का तरीका बताया । डॉ ०मोहित बी ने कहा कि अगर आप तनाव मुक्त जीवन शैली अपनाते हैं तो आप हृदय रोगों से दूर रह सकते हैं डा ० मोहित ने बताया कि योगा ,मैडिटेशन,अपने पसंद का कार्य व अनावश्यक बातों से दूर रहकर ख़ुद को सुधारने और निखारने की कोशिश करें ।स्नात्कोत्तर छात्रों को क्विज व सर्वश्रेष्ठ शोधपत्रों को पुरस्कृत किया गया ।इसी के साथ इस चार दिवसीय सम्मेलन के समापन की घोषणा की गयी । विभिन्न संस्थानों से आए टेक्निशियन व नर्सेस ने हृदय रोगों से संबंधित विभिन्न कार्यशालाओं में प्रतिभाग किया ।फार्मा इंडस्ट्री के स्टालों पर नये उत्पादों व दवाओं पर चर्चा की गयी ।
सम्मेलन के मुख्य आयोजक डा ० सत्येन्द्र तिवारी ने बताया कि आज सम्मेलन में कई नई तकनीकियों पर चर्चा की गयी ।वरिष्ठ विशेषज्ञों को फेलोशिप से भी सम्मानित किया गया । यू ० पी ० चैप्टर के सदस्यों डा ० एस ० के ० द्विवेदी, डा ० आदित्य कपूर,डा ० नवीन गर्ग,डा ० ऋषि सेठी,डा ० सरद चंद्रा,डा ० रूपाली खन्ना,डा ० भुवन तिवारी,डा ० अवधेश शर्मा व डा ० अंकित साहू ने सम्मेलन में आए हुए सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया ।